इंडिया टुडे बजट राउंड टेबल में देश के टॉप उद्योगपतियों के साथ बातचीत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि रक्षा मंत्री के रूप में उनका पहला रोल ज्यादा आसान था. वित्त मंत्री ने कहा कि आर्मी कैडेट बेहतरीन जेंटलमैन होते हैं और उनके साथ काम करना ज्यादा आसान होता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जब उनके दोनों रोल के बारे में तुलनात्मक रूप से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से आप लोग इस जवाब को पसंद नहीं करेंगे लेकिन आर्म्ड फोर्सेज के साथ डील करना ज्यादा आसान था.
वित्त मंत्री के इस जवाब पर हॉल में ठहाके गूंजने लगे. इसके बाद निर्मला सीतारमण ने आगे कहा, "वे शानदार इंसान होते हैं, वे अपना गुस्सा आप पर नहीं दिखाते हैं, वे नहीं करते हैं कि आप बेकार हो, और वे ये भी नहीं करते हैं कि आपने हमें निराश किया."
निर्मला सीतारमण के इस जवाब पर जहां ऑडियंस में एक अलग तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली. इसके तुरंत बाद निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये एक हल्के अंदाज में कही गई बात थी, लेकिन वित्त मंत्री का काम कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण है. अपनी बात को समझाते हुए निर्मला सीतारमण ने विस्तार से कहा, "मैं समझती हूं कि वित्त मंत्री का काम ज्यादा चुनौतीपूर्ण है लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि सशस्त्र बलों की चुनौतियां कम हैं."
निर्मला सीतारमण ने कहा, "बालाकोट जैसी घटनाएं आसान नहीं थीं, पाकिस्तान और चीन से भी निपटना आसान नहीं था." बता दें कि निर्मला सीतारमण मोदी 1.0 सरकार में रक्षा मंत्री थीं.
वित्त मंत्री ने उद्योगपतियों को भरोसा दिलाया कि उनके द्वारा सामना की जाने वाली समस्याएं सरकार और प्रधानमंत्री के दिमाग में हैं, और सरकार इन समस्याओं का समाधान खोज रही है. इंडिया टुडे के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने इस चर्चा का संचालन किया. कार्यक्रम में इंडिया इंक के जाने-माने उद्योगपति और अर्थशास्त्री शामिल रहे.