विवादों में घिरी रहने वाली बांग्लादेशी राइटर तसलीमा नसरीन एक और मुश्किल में घिरती नजर आ रही हैं. उत्तर प्रदेश के एक प्रतिष्ठित मौलाना ने तस्लीमा नसरीन के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज करा दिया है. तसलीमा ने इस पूरे मामले को 'शॉकिंग' करार दिया है.
पुलिस के मुताबिक मामला लखनऊ के कोतवाली पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया है. दरगाह-ए-अल्लाह हजरत मौलाना सुभहान रजा खान सुभानी मियां के 'सज्जादानशीन' के बेटे हसन रजा खान नूरी मियां ने ये केस दर्ज कराया है. 6 नवंबर को किए गए तसलीमा नसरीन के कुछ ट्वीट को लेकर ये मामला दर्ज कराया गया है.
तसलीमा नसरीन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने मौलाना को लेकर जो ट्वीट्स किए हैं उनसे मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है. वहीं, तसलीमा नसरीन ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है, 'मुझे विश्वास नहीं होता कि फतवा की आलोचना करने पर उत्तर प्रदेश पुलिस मेरे खिलाफ केस दर्ज कर चुकी है. वो इंसान जो मेरे सिर पर ईनाम घोषित करता है वो हीरो है और मैं जो पीड़िता हूं उसके खिलाफ केस दर्ज कराया जाता है.'
तसलीमा ने एक और ट्वीट में लिखा, 'भारत सउदी अरब नहीं है. भारत में फतवा गैरकानूनी है, लेकिन असल में आप फतवा जारी करने के लिए आजाद हैं और अगर आप फतवा के खिलाफ कुछ बोलते हैं तो आपको सजा दी जाती है.'
उन्होंने तीखे अंदाज में ट्वीट किया, 'मेरे एंटी-फतवा ट्वीट से किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंची है. बस फतवाबाजों को ही इससे दिक्कत है. एंटी-फतवा ट्वीट के लिए मेरे खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर को वापस लिया जाना चाहिए.' इससे पहले भी तसलीमा नसरीन को लेकर विवाद होते आए हैं.