हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्दर सिंह हुड्डा ने शनिवार को संकेत दिया कि रुचिका के भाई द्वारा दो दिन पूर्व दाखिल की गई आत्महत्या के लिए उकसाने की शिकायत पर जांच पूरी होने के बाद एफआईआर दर्ज की जा सकती है. हुड्डा ने यहां राज्य कांग्रेस की बैठक से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए यह संकेत दिया. उनसे पूछा गया था कि हरियाणा के पूर्व डीजीपी एसपीएस राठौर और अन्य के खिलाफ आशू द्वारा दायर शिकायत पर आई पी सी की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत एफआईआर कब दर्ज की जाएगी. इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘शायद आज.’
उन्होंने कहा, ‘मामले में इंसाफ किया जाएगा, उन लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है और तफ्तीश पूरी होने के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी.’ उन्होंने कहा, ‘गृह सचिव से रिपोर्ट अभी आना बाकी है. मैं एसआईटी की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा हूं. अगर एसआईटी की रिपोर्ट कहेगी कि सीबीआई इस मामले को अपने हाथ में ले तो हम इसपर विचार करेंगे.
पूरे मामले की नये सिरे से समीक्षा की जाएगी.’ यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने इस मामले पर गृह मंत्री पी चिदंबरम से बात की है, हुड्डा ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा, ‘हम कई मामलों पर बात करते रहते हैं.’ हुड्डा ने कहा कि उन्हें रुचिका के परिवार के सदस्यों से पूरी हमदर्दी है. रुचिका के साथ अगस्त 1990 में राठौर ने छेड़छाड़ की थी. राठौर उस समय आईजीपी थे. इस घटना से आहत् रुचिका ने दिसंबर 1993 में आत्महत्या कर ली थी.