साईं बाबा को लेकर विवादास्पद बयान देने वाले शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के खिलाफ शिरडी में केस दर्ज हो गया है. लेकिन अपने बयान को आगे बढ़ाते हुए शंकराचार्य ने मंगलवार को फिर विवादास्पद बात कही. उन्होंने कहा कि साईं भक्त चाहें तो उनकी पूजा करें, लेकिन इसके बाद उन्हें भगवान राम का नाम लेना, गंगा स्नान करना और 'हर हर महादेव' कहना छोड़ देना चाहिए.
शिरडी साईं पर विवादित बयान के बाद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का विरोध तेज हो गया है. वाराणसी से शिरडी तक शंकराचार्य के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. गौरतलब है कि स्वरूपानंद ने साईं पर सवाल उठाते हुए साईं पूजा और साईं मंदिर पर एतराज जताया था.
यूपी के वाराणसी, मध्य प्रदेश के बैतूल और महाराष्ट्र के शिरडी में शंकराचार्य के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने शंकराचार्य के खिलाफ नारेबाजी की अौर उनका पुतला फूंका. प्रदर्शनकारियों ने 'शंकराचार्य मुर्दाबाद...' और 'शंकराचार्य होश में आओ...' के नारे लगाए. इस बीच, कमलाकर कोटे नामक के एक शख्स ने शंकराचार्य के खिलाफ शिरडी में एफआईआर दर्ज कराई है.
क्या कहा था शंकराचार्य ने?
स्वरूपानंद सरस्वती ने शिरडी के साईं बाबा को भगवान मानने से इनकार कर दिया है. उन्होंने साईं को हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक मानने से भी मना कर दिया और कहा कि उनकी पूजा को बढ़ावा देना हिन्दू धर्म को बांटने की साजिश है.
सरस्वती विरोध के बावजूद अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने मंगलवार को अपनी बात को सही ठहराते हुए साईं बाबा पर नए तरीके से हमला बोला. सरस्वती ने कहा कि यह गलत प्रचार किया जा रहा है कि साईं मंदिर में मुसलमान भी जाते हैं. उन्होंने कहा कि एक अरब हिंदुओं को भ्रमित किया जा रहा है.
शिरडी के साईं के दरबार में मत्था टेकने वालों में बड़ी बड़ी हस्तियां शामिल हैं...