दिल्ली की अनाज मंडी के बाद गुरुग्राम के मानेसर में सेक्टर-8 स्थित एक फैक्ट्री में आग लग गई है. घटनास्थल पर करीब 6 फायर टेंडर की गाड़ियां पहुंच चुकी हैं और आग पर काबू पाने की कोशिश जारी है. हादसे में किसी के घायल होने की कोई खबर नहीं है.
अभी तक यह साफ नहीं हो सका है इस बिल्डिंग में सुरक्षा नियामक ठीक थे या नहीं. दमकल विभाग लोगों को बाहर निकालने की कोशिश में जुटा है. किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. मौके पर प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे हैं. साथ ही पुलिस भी मौके पर पहुंची है. घटना के विस्तृत ब्यौरे की प्रतीक्षा है.
गौरतलब है इससे पहले दिल्ली के बैग फैक्ट्री में आग लगी जिसमें 43 लोगों की मौत हो गई, वहीं कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. गृह मंत्रालय ने दिल्ली में रविवार की अलस्सुबह एक फैक्ट्री में भीषण आग लगने की घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. इस आग में 43 लोगों की जान चली गई और एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हैं. पश्चिमी दिल्ली के रानी झांसी इलाके में शॉर्ट सर्किट की वजह से एक बैग मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री में आग लग गई. गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस व राज्य सरकार, दोनों से रिपोर्ट तलब की है.
Gurugram: Fire breaks out in a factory in Sector-8 in Manesar. Around six fire tenders are present at the spot. Fire-fighting operation is underway. #Haryana pic.twitter.com/zF7rUqGPYm
— ANI (@ANI) December 8, 2019
संबंधित अधिकारियों को आग की घटना पर विस्तृत रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है, 1997 के उपहार सिनेमा आग त्रासदी के बाद राष्ट्रीय राजधानी में इसे दूसरी सबसे बड़ी त्रासदी बताई जा रही है. उपहार सिनेमा आगकांड में 59 लोगों की मौत हो गई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को घटना का विवरण और उसके बाद की गई कार्रवाई के साथ मानदंडों का अवज्ञा की जानकारी देने को कहा गया है. यह कदम केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा एक ट्वीट में घटना को 'भयावह व बहुमूल्य जीवनों का नुकसान' कहे जाने के बाद उठाया गया है. शाह ने संबंधित अधिकारियों को सभी तरह की मदद देने का निर्देश दिया है.
अमित शाह ने घटना के बाद ट्वीट किया कि नई दिल्ली में आग दुर्घटना में बहुमूल्य जानों का नुकसान. अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं. संबंधित अधिकारियों को फौरी तौर पर हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. मरने वालों में ज्यादातर 14 से 20 साल उम्र के किशोर व नौजवान हैं.
(ANI और IANS इनपुट के साथ)