विश्व हिन्दू परिषद की नेता साध्वी प्राची को सोमवार को बरेली के शेरगढ़ क्षेत्र में गिरफ्तार कर लिया गया है. वह प्रतिबंधित महापंचायत में हिस्सा लेने के लिए जा रही थीं.
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि शेरगढ़ स्थित पहाड़पुर और उसके आसपास के गांवों की छात्राओं के नदी पार करके स्कूल जाते वक्त कुछ शोहदों ने छेड़छाड़ की थी. इसी के विरोध में प्राची ने पहाड़पुर में महापंचायत का ऐलान किया था, जिसे प्रशासन ने प्रतिबंधित कर दिया था. उन्होंने बताया कि गांव पहुंचने वाले मुख्य मार्गों पर पुलिस के कड़े पहरे के बीच पांच गाड़ियों से आई प्राची और उनके सहयोगियों को भोजीपुरा में बने बैरीकेडिंग के पास पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन वे बाधा तोड़कर पहाड़पुर पहुंच गए.
गिरफ्तारी के फौरन बाद रिहाई
पुलिस ने प्राची को एक मंदिर के पास गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके साथी भाग गए. श्रीवास्तव ने बताया कि प्राची को थोड़ी देर बाद मीरगंज थाना क्षेत्र में बरेली की सीमा के बाहर छोड़ दिया गया. उनके साथ आए पांच लोगों के खिलाफ उनके वाहनों से मिले कागजात के आधार पर सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस बल पर हमला करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. पांचों गाड़ियों को जब्त कर लिया गया है.
गौरतलब है कि शेरगढ़ थाना क्षेत्र के पहाड़पुर और आसपास के गांवों की रहने वाली छात्राएं बड़ी संख्या में नदी पार करके स्कूल जाती थीं. आरोप है कि नदी के किनारे खड़े अराजक युवक उनके साथ अभद्र बर्ताव और छेड़छाड़ करते थे. इस कारण सैकड़ों छात्राओं ने स्कूल जाना छोड़ दिया था. तूल पकड़ने पर मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया और साध्वी प्राची ने पहाड़पुर गांव में महापंचायत का ऐलान किया था. पुलिस ने छात्राओं को परेशान और शर्मसार करने के आरोप में अब तक पांच शोहदों को गिरफ्तार किया है.
-इनपुट भाषा से