परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम स्वदेशी अग्नि 1 बैलिस्टिक मिसाइल का ओड़िशा तट के पास शुक्रवार को पहली बार रात में सफल परीक्षण किया गया. इसकी मारक क्षमता 700 किलोमीटर तक है. सेना इस मिसाइल का इस्तेमाल कर सके इसलिए इसका रात्रिकालीन परीक्षण किया गया. सतह से सतह से पर मार करने वाली एकल चरण की अग्नि मिसाइल ठोस ईंधन से चलती है.
रक्षा सूत्रों ने बताया कि यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर व्हीलर द्वीप पर आईटीआर से रात 11 बजकर 10 मिनट पर इसे एक मोबाइल लांचर से दागा गया. डीआरडीओ के प्रवक्ता रवि कुमार गुप्ता ने कहा कि परीक्षण सफल रहा और मिशन के सारे उद्देश्य पूरे हो गए.
आईटीआर निदेशक एमवीकेवी प्रसाद ने बताया कि मिसाइल का परीक्षण विशेष रूप से गठित सेना के सामरिक बल के लिए किया गया. यह पहला मौका है जब अग्नि 1 रात के समय दागी गई. इसकी जरूरतों को ध्यान में रखकर और किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारियों की जरूरत को लेकर एसएफसी ने यह फैसला किया.
गौरतलब है कि इससे पहले 18 और 19 फरवरी को इसका रात्रिकालीन परीक्षण टाल दिया गया था. 12 टन वजनी और 15 मीटर लंबी अग्नि 1 मिसाइल 1,000 किलोग्राम तक पेलोड ले जा सकती है. इसे सेना में पहले ही शामिल किया जा चुका है.