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रचा जाएगा इतिहास, गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होगी विदेशी सेना

दरअसल, संयोग है कि इस वक्त फ्रांस के सातवें आर्मर्ड ब्रिगेड की 35वीं इनफैंट्री रेजिमेंट के 56 जवान भारत में हैं. वे लोग राजस्थान में शुक्रवार से शुरू हुए एक संयुक्त सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं.

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राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड का दृश्य
राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड का दृश्य

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देश के इतिहास में मंगलवार 26 जनवरी 2016 को पहली बार ऐसा होगा, जब गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई विदेशी सैन्य टुकड़ी परेड में हिस्सा लेगी. गणतंत्र दिवस को ऐतिहासिक बनाने के लिए राजपथ पर इस बार फ्रांस की एक सैन्य टुकड़ी परेड करती नजर आएगी. फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं, जबकि बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार गणतंत्र दिवस मनाएंगे.

दरअसल, संयोग है कि इस वक्त फ्रांस के सातवें आर्मर्ड ब्रिगेड की 35वीं इनफैंट्री रेजिमेंट के 56 जवान भारत में हैं. वे लोग राजस्थान में शुक्रवार से शुरू हुए एक संयुक्त सैन्य अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं. राजस्थान में 'शक्ति 2016' नाम का संयुक्त सैन्य अभ्यास चल रहा है, जहां आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए तैयारी हो रही है. बताया जाता है कि सरकार ने इस टुकड़ी को परेड में शामिल करने का फैसला किया है, जो ऐतिहासिक होगा.

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पिछली बार ओबामा थे मुख्य अतिथि‍
गौरतलब है कि पिछले साल बराक ओबामा गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने थे. 35वीं इनफैंट्री रेजिमेंट का इतिहास 1604 से शुरू होता है. इस रेजिमेंट को 12 सैन्य सम्मान मिले हैं. इसने अल्जीरिया, अफ्रीका, इराक और अफगानिस्तान में भी अपनी सेवाएं दी हैं.

चीफ गेस्ट के तौर पर पहले भी फ्रांस के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भारत का दौरा कर चुके हैं. 1998 में राष्ट्रपति और 1976 में प्रधानमंत्री के तौर पर जैक्स चार्क रिपब्लिक डे कार्यक्रम में मुख्य अतिथि‍ की भूमिका निभा चुके हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति वैलरी ग्रिसकार्ड भी 1980 में गणतंत्री दिवस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट के तौर पर भारत का दौरा कर चुके हैं.

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