ईद-उल-जुहा के मौके पर सोमवार को भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में खटास साफ नजर आया. आज वाघा बॉर्डर पर त्योहार के मौके पर दोनों देशों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान नहीं हुआ. सद्भावना प्रदर्शित करने के लिए होने वाला यह कार्यक्रम पहली बार रद्द कर दिया गया.
बीएसएफ के सूत्रों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर लगातार सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं को देखते हुए भारतीय पक्ष ने न तो मिठाई देने और न ही लेने का फैसला किया. सीजफायर उल्लंघन की ताजा घटना रविवार देर रात की है जब सीमापार से गोलीबारी में पांच नागरिकों की मौत हो गई और 29 घायल हो गए.
बीएसएफ के आईजी (पंजाब फ्रंटियर) अशोक कुमार ने कहा कि रविवार शाम को पाकिस्तान रेंजर्स को न तो मिठाई देने और न ही उनसे मिठाई लेने का फैसला किया गया. यह फैसला दोनों पक्षों के बीच रविवार को हुई फ्लैग मीटिंग के बाद किया गया. इस फैसले के पीछे के कारणों और विस्तृत ब्योरा न देते हुए उन्होंने कहा, 'बीएसएफ ने अटारी सीमा पर पाकिस्तान रेंजर्स को ईद के मौके पर मिठाई न देने का फैसला किया.'
बीएसएफ के डीआईजी एम.एफ फारूकी ने कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है कि वाघा बॉर्डर पर मिठाइयों का आदान-प्रदान नहीं हुआ. उनके मुताबिक पाकिस्तान रेंजर्स ने पहले कहा कि वह मिठाई देंगे, लेकिन बाद में उन्होंने अपने कदम पीछे खींच लिए.