उत्तर और पूर्वी भारत में बारिश जारी रहने के साथ ही असम और दिल्ली में बाढ़ की स्थिति चिंताजनक बन गयी है और पश्चिम बंगाल में इस दौरान छह लोगों की मौत हो गयी.
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया और बांकुड़ा जिलों में बिजली गिरने से छह लोगों की मौत हो गयी. असम में जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश होने से बाढ़ की स्थिति खराब हो गयी और ब्रह्मपुत्र और इसकी सहायक नदियों में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है. लखीमपुर, धेमाजी, डिब्रूगढ़, जोरहट और सोनितपुर जिलों में ब्रह्मपुत्र तथा सहायक नदियों में पानी खतरे के निशान से उपर बह रहा है.
गुवाहाटी समेत अनेक स्थानों पर सड़क यातायात बाधित हुआ और रास्तों पर बाढ़ का पानी भर गया है.
बाढ़ के पानी से 50 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में भी ब्रह्मपुत्र के बढ़ते पानी से पशुओं के लिए दिक्कत पैदा हो गयी है. दुनिया के सबसे बड़े नदी द्वीप माजुली में स्थिति खराब हो गयी है.
दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से दो मीटर उपर पहुंचने के कगार पर है जिससे राजधानी के कई इलाकों के जलमग्न होने की आशंका है. यमुना नदी में बाढ़ का पानी बढ़ने से उत्तर रेलवे ने 25 ट्रेनों को रद्द कर दिया है और 36 के मार्ग बदल दिये गये हैं.
अरुणाचल प्रदेश में हालात थोड़े सुधरे हैं और राज्य की सभी नदियों में जलस्तर कम हुआ है. पंजाब और हरियणा के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने से तापमान सामान्य से कम हो गया. राजस्थान में भी बीकानेर समेत अनेक हिस्सों में बारिश हुई.