प्रदेश के जम्मू, किश्तवाड़ और सांबा जिले में बाढ़ के कारण लगभग पांच मकान नष्ट हो गए, जबकि 200 से ज्यादा मकानों के लोग प्रभावित हुए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि राजौरी और जम्मू में भारी बारिश के कारण दो मकान ढह गए, जबकि लोहाकी खाद और मनावर इलाकों में तीन मकान पूरी तरह नष्ट हो गए. उन्होंने बताया कि इन घटनाओं में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
अधिकारियों के मुताबिक किश्तवाड़ जिले में रविवार शाम से भारी बारिश जारी है, जिससे मदवा तहसील का छज्जर इलाका डूब गया है. किश्तवाड़ के उपायुक्त जी आर भगत के नेतृत्व में अधिकारियों के एक दल को मदवा भेजा गया है, जिनमें कई चिकित्सक भी शामिल हैं.
बाढ़ के कारण लगभग 200 मकानों में रहने वाले लगभग 330 परिवार प्रभावित हुए हैं, जिन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. जम्मू जिले में नालों और तवी नदी में आई बाढ़ के कारण कई इलाके डूब गए और बाढ़ का पानी घरों में घुस गया. चिनाब नदी में रविवार की बाढ़ के कारण लगभग आठ गांवों के 252 मकानों को नुकसान पहुंचा है.{mospagebreak}उपमुख्यमंत्री तारा चंद ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद कहा, ‘‘बाढ़ के पानी के कारण कई इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. लोगों को नदी के किनारों से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं.’’ चिनाब नदी खतरे के निशान से लगभग 36.2 फीट और तवी नदी लगभग 9.2 फीट ऊपर बह रही है.