भाजपा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से आज कहा कि विपक्षी पार्टी के अंदरूनी घमासान के बारे में चिंतित होने के बजाए वह सूखा और बढ़ती महंगाई से निपटने पर ध्यान केंद्रित करें. इसके साथ ही भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दोनों समस्याओं सूखा और महंगाई के बारे में प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा.
भगवा पार्टी में जारी घमासान पर मनमोहन सिंह की टिप्पणी के एक दिन बाद भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधा. जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री भाजपा के बारे में चिंतित हैं. हमने उनसे महंगाई और सूखे के बारे में चिंतित होने और लोगों को राहत देने को कहा है. हम भाजपा के बारे में चिंतित हैं, आप लोगों के बारे में चिंतित होईए और अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो प्रदर्शनों के माध्यम से हम आपको ऐसा करने को बाध्य करेंगे. बाड़मेर से करीब 60 किलोमीटर दूर रामसर में सिंह ने कल कहा था कि सभी पार्टियों में स्थिरता होनी चाहिए.
भाजपा में संकट के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि यह :भाजपा में कलह: अच्छा नहीं है. लोकतंत्र में राजनीतिक पार्टियों में स्थिरता आवश्यक है. अगर अस्थिरता होगी तो इसका प्रभाव देश पर पड़ेगा. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में राजनाथ ने जलवायु परिवर्तन की परिस्थितियों और देश में सूखे की स्थिति के मद्देनजर सत्त कृषि के लिए राष्ट्रीय कार्यबल के गठन की मांग की.
उन्होंने कहा कि आपदा को कम करने के लिए प्रतिबद्ध राष्ट्रीय गठबंधन और सरकार, नीति निर्माताओं, वैज्ञानिकों, समाज और किसानों सहित सभी लोगों को कार्य करना होगा.