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पंडित पॉल के आगे फीके पड़े फुटबाल दिग्‍गज

दक्षिण अफ्रीका में जब 19वां फीफा विश्व कप शुरू हुआ तो माना जा रहा था वायने रूनी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेस्सी और काका जैसे दिग्गज फुटबालर इस महाकुंभ के महानायक बनकर उभरेंगे लेकिन आखिर में कोई खिलाड़ी नहीं बल्कि सुदूर जर्मनी के ओबेरहासेन शहर में एक छोटे से टैंक में कैद आठ पैरों वाला ऑक्‍टोपस पॉल सब पर भारी पड़ गया.

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दक्षिण अफ्रीका में जब 19वां फीफा विश्व कप शुरू हुआ तो माना जा रहा था वायने रूनी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोनेल मेस्सी और काका जैसे दिग्गज फुटबालर इस महाकुंभ के महानायक बनकर उभरेंगे लेकिन आखिर में कोई खिलाड़ी नहीं बल्कि सुदूर जर्मनी के ओबेरहासेन शहर में एक छोटे से टैंक में कैद आठ पैरों वाला ऑक्‍टोपस पॉल सब पर भारी पड़ गया.

विश्व कप में अपनी सटीक भविष्यवाणियों के कारण पाल बाबा, संत पाल और पंडित पाल बने ऑक्‍टोपस ने यूं तो लीग चरण से ही जर्मनी के मैचों के विजेता के बारे में बताना शुरू कर दिया था लेकिन उन्हें नाकआउट चरण में अधिक लोकप्रियता मिली। सेमीफाइनल में स्पेन की जर्मनी पर जीत की भविष्यवाणी सही होने पर तो पंडित पाल ने लोकप्रियता की सभी सीमाएं लांघ दी.

आलम यह था कि पॉल बाबा जब फाइनल की भविष्यवाणी करने के लिये तैयार हुए तो दुनिया भर से लगभग 125 से अधिक पत्रकार उसकी कवरेज के लिये वहां मौजूद थे. इनमें स्पेन, हालैंड और जर्मनी ही नहीं बल्कि यूरोप के तमाम देशों के अलावा ब्राजील, अमेरिका और जापान के पत्रकार भी शामिल थे. एनटीवी जर्मनी के सौजन्य से इसका दुनिया भर में सीधा प्रसारण किया गया और उनकी भविष्यवाणी ब्रेकिंग न्यूज के तौर पर पेश की गयी.{mospagebreak}

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पिछले एक सप्ताह के दौरान विभिन्न सर्च इंजिन में ऑक्‍टोपस पॉल के बारे में सर्वाधिक लोगों ने जानना चाहा. ट्विटर पर इस दौरान जिन विषयों पर चर्चा हुई उनमें शीर्ष दस में पाल का नंबर था. फेसबुक पर पाल बाबा पर विशेष पेज तैयार किया गया जिसे एक सप्ताह से भी कम समय में लगभग डेढ़ लाख लोगों ने पसंद किया.

दो साल पहले इंग्लैंड में जन्में पॉल की भविष्यवाणियों की इतनी अधिक चर्चा होने के कारण असली खिलाड़ी पीछे खिसक गये. रूनी की इंग्लैंड, मेस्सी की अर्जेंटीना, रोनाल्डो की पुर्तगाल और काका की ब्राजील कोई भी सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पायी. इन चारों खिलाड़ियों को इस विश्व कप का महानायक माना जा रहा था लेकिन रूनी और मेस्सी तो गोल करने में असफल रहे जबकि रोनाल्डो ने बमुश्किल एक गोल किया.

जब फुटबाल के महानायक बाहर हुए तब तक पॉल का करिश्मा शुरू हो गया था. पंडित पॉल ने यूं तो जर्मनी के लीग चरण के मैचों से ही भविष्यवाणी करनी शुरू कर दी थी. उन्होंने सही सही बताया कि जर्मनी की टीम आस्ट्रेलिया और घाना से जीत जाएगी लेकिन सर्बिया से हार जाएगी. इन ऑक्‍टोपस महाशय की इसके बाद जर्मनी की इंग्लैंड और अर्जेंटीना पर जीत की भविष्यवाणी भी सही हुई.

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सेमीफाइनल में पंडित पाल ने स्पेन के हाथों जर्मनी की हार की भविष्यवाणी कर दी जिससे कई लोग उसके दुश्मन हो गये. अर्जेंटीनी सेफ निकोलस बेदोरू ने तो पहले ही फेसबुक पर आक्टोपस की रेसीपी डाल दी थी. जर्मनी की हार के बाद वहां के लोग भी उसके खून के प्यासे हो गये. पॉल को धमकी भरे ईमेल दिये जाने लगे जिनमें लिखा था, ‘‘हमें पैन में पकाने के लिये पॉल चाहिये. {mospagebreak}

स्पेन के गैलिसिया में लोगों ने स्थानीय फीस्टा डेल पुल्पो महोत्सव में पॉल को मुख्य आकषर्ण बनाने की योजना बना डाली है. यदि पाल बाबा वहां पहुंच जाते हैं तो फिर उनका पकवान नहीं बनेगा बल्कि वह टैंक में रहकर लोगों को दर्शन देंगे. इसके लिये स्थानीय लोगों ने 30 हजार यूरो (लगभग 18 लाख रुपये) की ‘ट्रांसफर फीस’ भी जुटा ली है. जानवरों के अधिकारों से जुड़ी संस्था पेटा ने इस बीच पाल बाबा को खुले समुद्र में छेड़ने की मुहिम छेड़ दी है.

पंडित पॉल का जन्म इंग्लैंड के वेमाउथ में 2008 में हुआ और उन्हें यह नाम बच्चों के लिये कविताएं लिखने वाले ब्याव लार्नसेन की कविता ‘डर टिनटेनफिश पाल आक्टोपोस’ के आधार पर दिया गया. पॉल बाबा ने यूरो 2008 से भविष्यवाणियां करनी शुरू की थी तब उनकी छह में से चार भविष्यवाणियां सही निकली थी लेकिन विश्व कप में तो अपने कमाल से वह दुनियाभर के दुलारे बन गये.

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पॉल की भविष्यवाणी करने का तरीका भी अलग है. जिन दो देशों के बीच मैच होना है उसके झंडों वाले बाक्स टैंक में डाले जाते हैं और जिस पर पॉल बाबा बैठ जाते हैं मतलब वह टीम जीतेगी.

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