भारत के परमाणु कार्यक्रमों के खिलाफ परमाणु रिएक्टर के खराब डिजाइन और खराब सुरक्षा तंत्र के गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन परमाणु उर्जा आयोग के प्रमुख शेखर बसु ने यह कहते हुए इन आरोपों को नकार दिया कि यह देश के विकास को रोकने या बाधित करने का सुनियोजित एजेंडा है.
वाशिंगटन में सेंटर फॉर पब्लिक इंटिग्रिटी में काम करने वाले पत्रकार एड्रियन लेवी ने अपनी रिपोर्ट में भारत के परमाणु प्रतिष्ठान पर गंभीर आरोप लगाये हैं. भारत के परमाणु कार्यक्रमों के नये प्रमुख और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के निदेशक बसु ने उनके आरोपों का जवाब दिया है. बसु ने परमाणु प्रतिष्ठान के खिलाफ एड्रियन लेवी के आरोपों पर कहा, 'मैं इन्हें आरोपों की तरह नहीं देखता हूं, उन्होंने किसी के द्वारा किसी जगह पर कही गई किसी बात के आधार पर एक रिपोर्ट लिखी है, जिसे उन्होंने अपने संज्ञान में रखा है. यह एक वैज्ञानिक दस्तावेज नहीं है और न ही यह तथ्यों पर आधारित है, बल्कि यह कुछ लोगों की टिप्पणियों पर आधारित है.'
बसु ने कहा कि लेवी के आरोपों में तथ्य नहीं हैं. उन्होंने इस रिपोर्ट को बेहतर परमाणु सुरक्षा तंत्र के लिए जाने जाने वाले भारत की छवि खराब करने की कोशिश बताया. उन्होंने कहा, 'मैं इन्हें आरोपों की तरह नहीं देखता हूं. हम लोगों की नजर में यह एक बहुत अच्छी तरह डिजाइन किया हुआ एजेंडा है, वैसे लोगों के लिए जो हमारे देश के विकास को रोकने के लिए उन्हें धन मुहैया करा रहे हैं.'
-इनपुट भाषा