अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर के मुद्दे पर जो बयान दिया है उसको लेकर मंगलवार को संसद में खूब हंगामा हुआ. मंगलवार सुबह कांग्रेस की ओर से राज्यसभा और लोकसभा दोनों जगह इस मसले को उठाया गया. इस बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस मुद्दे पर आधिकारिक बयान दिया, उन्होंने कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है. इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से किसी तरह की मध्यस्थता की पेशकश नहीं की गई है.
राज्यसभा में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर जो दावा किया है वह बिल्कुल गलत है, पीएम मोदी ने इस तरह की कोई मांग नहीं की है. उन्होंने कहा कि मैं सदन को विश्वास दिलाता हूं कि ये दावा पूरी तरह से गलत है.
External Affairs Minister S Jaishankar in Rajya Sabha: The Shimla Agreement & the Lahore declaration provide the basis to resolve all issues between India & Pakistan bilaterally. pic.twitter.com/gg1ZH2Evzz
— ANI (@ANI) July 23, 2019
विदेश मंत्री बोले कि भारत लगातार कहता रहा है कि पाकिस्तान के साथ जो भी बातें होनी हैं वह सिर्फ द्विपक्षीय मुद्दा हैं. पाकिस्तान से किसी भी तरह के मसले पर तभी बात हो सकती है, जब वह आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करेगा. मैं कहना चाहूंगा कि शिमला और लाहौर समझौते के तहत ये तय हुआ था कि पाकिस्तान के साथ हर मुद्दा द्विपक्षीय ही सुलझ सकता है.
आपको बता दें कि मंगलवार को जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस की ओर से डोनाल्ड ट्रंप के बयान का मुद्दा उठाया गया. कांग्रेस की ओर से आनंद शर्मा ने राज्यसभा में डोनाल्ड ट्रंप के बयान का विरोध किया और इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सफाई पेश करने के लिए कहा. दूसरी ओर लोकसभा में भी कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पीएम के बयान की मांग की.
#WATCH: EAM S Jaishankar speaks in Rajya Sabha over the statement of US President Donald Trump that Prime Minister Narendra Modi had asked him to mediate in Kashmir issue. He says, "I would like to categorically assure the House that no such request has been made by PM Modi..." pic.twitter.com/gWjAa32bMO
— ANI (@ANI) July 23, 2019
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के अमेरिकी दौरे के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर को लेकर एक दावा किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर के मसले पर भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश की थी. इमरान खान ने भी डोनाल्ड ट्रंप से इस मुद्दे पर मध्यस्थता की बात की.
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद देश में विवाद छिड़ गया, लेकिन विदेश मंत्रालय की ओर से तुरंत इसे नकार दिया गया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से इस तरह की पेशकश नहीं की गई थी. कश्मीर सिर्फ और सिर्फ द्विपक्षीय मसला है.