भारत के विदेश सचिव विजय गोखले सोमवार से तीन दिवसीय अमेरिका यात्रा पर हैं. इस यात्रा के दौरान वह ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात करेंगे और दोनों देशों की प्रमुख विदेश नीति और सुरक्षा से संबंधित प्रगति पर अपने विचार रखेंगे. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि विदेश सचिव गोखले अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ द्विपक्षीय विदेश कार्यालय स्तरीय विचार-विमर्श एवं रणनीतिक सुरक्षा वार्ता के लिए अमेरिका जा रहे हैं.
11 से 13 मार्च तक है विदेश सचिव की यात्रा
विदेश मंत्रालय के सचिव ने बताया कि इस यात्रा के दौरान वे अमेरिकी प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं. बता दें कि विदेश सचिव का यह दौरा भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में हो रहा है. रवीश कुमार ने इस यात्रा को विस्तार से बताते हुए कहा कि वे 11 मार्च को वॉशिंगटन डीसी पहुचेंगे और द्विपक्षीय विचार-विमर्श वार्ता के बाद 13 मार्च को अमेरिका से भारत रवाना होंगे. इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय विदेश कार्यालय स्तरीय विचार-विमर्श के सिलसिले में अपने अमेरिकी समकक्ष अवर सचिव से मिलेंगे. साथ ही रणनीतिक सुरक्षा वार्ता के सिलसिले में हथियार नियंत्रण एवं अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के अवर सचिव एंड्रिया थॉम्पसन से वार्ता करेंगे.
इस यात्रा की योजना जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हादसे से पहले तैयार हुई थी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि यह नियमित उच्च स्तरीय बात-चीत द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करने, प्रमुख विदेश नीति पर विचारों का आदान-प्रदान और सुरक्षा संबंधी प्रगति पर बात करने के लिए है. गोखले की इस अमेरिका यात्रा की योजना जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी पर सुरक्षा बलों पर हुए आतंकी हमले से पहले तैयार हुई थी. लेकिन इस हमले के बाद पोम्पियो और गोखले के समकक्षों के साथ हो रही इस बैठक पर मीडिया की नजर रहेगी.
भारत और पाकिस्तान के तनावपूर्ण संबंध के बीच हो रही है यह जरूरी यात्रा
बता दें कि 26 फरवरी को पाकिस्तान में बालाकोट के निकट आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंप पर भारतीय वायुसेना के विमानों के बम गिराने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है. जिसके बाद अगले दिन पाकिस्तान ने कश्मीर में एलओसी पार कर भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का प्रयास किया. हालांकि, भारतीय वायुसेना ने उसकी योजना विफल कर दी और एफ16 विमान मार गिराया. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के एक काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवानों के शहीद होने के 12 दिनों बाद भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के शिविर पर हमला किया था. पुलवामा हमले के बाद जैश ने काफिले पर हमले की जिम्मेदारी ली थी. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी पोंपियो की सोमवार की बैठक समय-सारिणी के मुताबिक गोखले और पोंपियो के बीच यह बैठक स्थानीय समय के अनुसार सुबह नौ बजे और भारतीय समयानुसार शाम साढ़े छह बजे पर होनी है.