यूपीए शासनकाल में हुए 3600 करोड़ रुपये के अगस्ता हेलीकॉप्टर डील में कथित घूसखोरी के मामले में पूर्व वायु सेना प्रमुख एस पी त्यागी समेत संजीव त्यागी और वकील गौतम खेतान को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 14 दिसंबर तक की सीबीआई रिमांड पर भेजा दिया है. 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की खरीद में 450 करोड़ रुपये की घूसखोरी से जुड़े इस मामले में एसपी त्यागी के रिश्तेदार संजीव त्यागी और वकील गौतम खेतान की भी गिरफ्तारी हुई है.
त्यागी और उनके रिश्तेदारों पर आरोप
एसपी त्यागी 2007 में सेवानिवृत हुए थे. एसपी त्यागी, संजीव त्यागी और चंडीगढ़ में रहने वाले वकील गौतम खेतान को सीबीआई मुख्यालय में शुक्रवार को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. करीब चार घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. करीब तीन साल पहले सामने आए इस मामले में सीबीआई की ओर से की गई ये पहली गिरफ्तारी है. रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच के लिए सीबीआई ने 2013 में प्राथमिकी दर्ज की थी.
घोटाले का इटली कनेक्शन
इस घोटाले से जुड़ी विस्तृत सूचनाएं इटली में सार्वजनिक हुईं, जहां सरकारी वकीलों ने अगस्ता की मुख्य कंपनी फिनमेक्कैनिका के चीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. इस साल सात अप्रैल को इटली की एक अदालत ने इस डील में घूस देने के आरोप में फिनमेक्कैनिका के दो अधिकारयों को दोषी ठहराया था.
जानें त्यागी पर क्या हैं आरोप-
-तत्कालीन एयरफोर्स चीफ एसपी त्यागी पर आरोप है कि वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की ऑपरेशनल क्षमता की मानक ऊंचाई 6 हजार मीटर से घटाकर 4500 मीटर करने के लिए राजी हुए.
-इन बदलावों की वजह से ब्रिटिश कंपनी अगुस्टा वेस्टलैंड भी वीवीआईपी हेलिकॉप्टर सौदे की दौड़ में शामिल हो सकी.
-जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि इस तरह का लाभ पहुंचाए जाने के बाद आरोपी वेंडर्स ने बिचौलियों और रिश्तेदारों के जरिए घूस दी.
-यह घूस गैरकानूनी तरीके से पब्लिक सर्वेंट्स पर अपने प्रभाव को इस्तेमाल करने के लिए दी गई.
-त्यागी अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते रहे हैं.
-एसपी त्यागी का कहना है कि मानकों में बदलाव एक संयुक्त तौर पर लिया गया फैसला था, जिसमें वायु सेना, एसपीजी और दूसरे विभाग शामिल थे.
-जांच के दायरे में विदेशी रूट से पैसे के लेन-देन का मामला भी है.
-सीबीआई का आरोप है कि वकील खेतान ने कबूल किया कि उन्होंने यूरोप के बिचौलिए ग्यूडो हैश्क और कार्लो गेरोसा से पैसे लिए. हालांकि, खेतान ने यह भी कहा कि ये पैसे डील को प्रभावित करने के लिए घूस के तौर पर नहीं लिए गए.
-सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, घूस का पैसा बिचौलियों और रिश्तेदारों के जरिए त्यागी तक पहुंचा. 1 जनवरी 2014 को भारत ने यह डील कैंसल कर दी थी. वजह घूसखोरी और डील के शर्तों का उल्लंघन बताई गई.
-सीबीआई ने इस मामले में त्यागी और 18 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. इनमें त्यागी के रिश्तेदार, बिचौलिए और कंपनियां भी शामिल हैं.
-घूस का पैसा भारत लाने के लिए विदेशी रूट का इस्तेमाल किया गया. घूस के पैसा किस तरह से विदेश से भारत पहुंचा, इस बात का पता लगाने के लिए सीबीआई ने इटली, ब्रिटेन, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ट्यूनीशिया, सिंगापुर समेत आठ देशों को जुडिशल रिक्वेस्ट भेज चुकी है.