उरी हमले से जुड़े जन आक्रोश को देखते हुए भारत सरकार हर पहलू पर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति बना रही है. जहां सभी राजनैतिक दलों ने हमले की निंदा की है, वहीं अभी इस पर एक मत नहीं है की भारत की जवाबी कार्रवाई क्या होनी चाहिए. हाल ही में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हमले के लिए पाक और मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.
'आज तक' से खास बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और 18 साल जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रह चुके डॉक्टर करन सिंह ने ना सिर्फ राहुल गांधी से असहमति जताई बल्कि पीएम की कोशिशों की तारीफ भी की.
उरी हमले पर क्या प्रतिक्रिया होनी चाहिए?
जवाब- बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. हमारे जवान मारे गए. जहां तक प्रतिक्रिया का प्रश्न है, पीएम ने कहा है कि इस हमले के दोषियों को दंड मिलेगा. क्या करेंगे कई संभावनाएं हैं, डिप्लोमेटिक, इकनोमिक, मिलिट्री और पैरा मिलिट्री. ये निर्णय भारत सरकार का है.
उरी हमले के बाद पड़ोसी देश भी समर्थन में आ गए हैं? क्या सार्क का बहिष्कार एक रास्ता है?
जवाब- देखिए, पड़ोसी देशों ने भी समर्थन किया है भारत का. जहां तक सार्क के बहिष्कार की बात है, अफगानिस्तान और बांग्लादेश तो भुक्तभोगी रहे हैं पकिस्तान के आतंक के. ये तो आश्चर्य नहीं है कि वह हमारे साथ हैं. कैसे हम मालदीव और श्रीलंका को इस मुहिम में जोड़ेंगे ये देखना होगा. यह संभावना है कि पाकिस्तान की जमीन पर पाक को तीनों घेरें या फिर सार्क का बहिष्कार किया जाए
अमेरिका में पाक को टेरर स्टेट घोषित करने का प्रस्ताव रखा है?
ये महत्वपूर्ण है. इसका अपना महत्व है की अमेरिका में समर्थन हो रहा है. उरी का हमला हुआ, उसकी पूरे विश्व ने निंदा की है. चीन ने भी चिंता जाहिर की है, यह भी महत्वपूर्ण है.
राहुल गांधी ने कहा है की सरकार की पॉलिसी उरी हमले के लिए जिम्मेदार? आलोचना की है भारत सरकार की कश्मीर पॉलिसी की?
नहीं, राहुल ने जो कहा वह कहा मैंने नहीं सुना. मैं कांग्रेस के नेता के तौर पर नहीं बात कर रहा. मैं 18 वर्ष जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल रहा हूं. यह कहना कि हमले के लिए सरकार दोषी है, ये सही नहीं है. मोदी साहब ने कोशिश तो की. अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया. जिनेवा में शरीफ से मिले थे. अफगानिस्तान से लौटते वक्त रास्ते में रुक के मिले, तो उन्होंने अपनी तरफ से कोशिश की पर पाकिस्तान की तरफ से कुछ नहीं हुआ. पठानकोट में भी हमने पाकिस्तान की टीम को बुलाया मगर पाकिस्तान की तरफ से पहल नहीं हुई. देखिये नीति सही गलत तो 70 साल से चल रही है. मैं तो सबका गवाह हूं. मैं इतिहास में नहीं जाना चाहता. मेरी पार्टी उसमें शामिल थी, पर कश्मीर पर दल की राजनीति नहीं होनी चाहिए. कभी नेता कुछ कह देते हैं.