नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सरकार सीएए वापस ले. वहीं सरकार भी साफ कर चुकी है वह इसे वापस नहीं लेगी. गृह मंत्री अमित शाह भी इसे लेकर बयान दे चुके हैं. वो साफ कर चुके हैं कि किसी भी कीमत पर सीएए वापस नहीं लिया जाएगा.
एक ओर जहां प्रदर्शनकारी इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं, तो वहीं गैर-बीजेपी शासित राज्य विधानसभा में इस कानून के खिलाफ प्रस्ताव ला चुके हैं. इन सबके बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई भी ताकत सीएए को लागू होने से नहीं रोक सकती है. उन्होंने पीएम मोदी को शेर बताते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी वो प्रधानमंत्री हैं जिन्हें धमकी से डर नहीं लगता. वो शेर हैं. अगर पीएम मोदी भगवान राम हैं तो अमित शाह हनुमान हैं.
Former Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan: No force in the world can stop the implementation of Citizenship Amendment Act. Narendra Modi is the Prime Minister who does not fear threats. He is a lion. If Narendra Modi is a Lord Ram, then Amit Shah is Lord Hanuman. pic.twitter.com/E6o6glLL7O
— ANI (@ANI) January 29, 2020
बता दें, जबलपुर में सीएए के समर्थन में आयोजित एक सभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने साफ तौर पर कांग्रेस से कहा था कि वह चाहे जो कर ले, केंद्र सरकार शरणार्थियों को नागरिकता देकर ही दम लेगी. गैरीसन मैदान में आयोजित सभा में गृहमंत्री शाह ने कहा, "देश की आजादी के समय बड़ी संख्या में लोग पाकिस्तान में रह गए थे, उन पर अत्याचार हो रहे हैं, उनकी संख्या लगातार कम हो रही है. यह कानून किसी की नागरिकता छीनने के लिए नहीं है, यह तो नागरिकता देने का कानून है. कांग्रेस और अन्य दल देश में भ्रम फैला रहे हैं. दंगे भड़काने का काम कर रहे हैं. कांग्रेस जितना भी विरोध कर ले, पाकिस्तान से आए लोगों को हम नागरिकता देंगे."
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उल्लेखनीय है कि संसद में नागरिकता संशोधन कानून पारित हो चुका है, मगर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री इसे अपने राज्य में लागू न करने का ऐलान कर चुके हैं. इसी सिलसिले में कमलनाथ ने मंगलवार को कहा, "सहकारी संघवाद के बगैर देश चल नहीं सकता. देश की सबसे बड़ी आवश्यकता है कि केंद्र और राज्य के बीच समन्वय बना रहे. बहुत सारे ऐसे मुद्दे होते हैं, जो टकराव के मुद्दे हैं. इस टकराव से अपने देश को सिर्फ हानि नहीं होती है, बल्कि इससे देश ठीक ढंग से चल नहीं सकता है."
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