परवेज़ मुशर्रफ पाकिस्तान में अब प्रोटेक्टिव कस्टडी में रहेंगे. जबतक पाकिस्तान के नए राष्ट्रपति का चुनाव नहीं हो जाता और मुशर्रफ के शासन में बर्खास्त जजों की नियुक्ति नहीं हो जाती, वो देश छोड़कर नहीं जा सकते. मुशर्रफ से हालांकि उनके करीबी रिश्तेदार और दोस्त मिल सकते हैं, लेकिन सुरक्षा वजहों से पूर्व राष्ट्रपति के आने-जाने पर पाबंदी लगी रहेगी.
सूत्रों के मुताबिक मुशर्रफ ने इसके बाद अमेरिका जाने की इच्छा जताई है, लेकिन इसकी भी इजाजत उन्हें नहीं दी गई. मुशर्रफ की खुद की तमन्ना तो पाकिस्तान में ही रहने की है, लेकिन नई सरकार उन्हें इस्लामाबाद के उस फॉर्म हाउस में जाने देने के पक्ष में नहीं दिख रही, जिसे उन्होंने 1999 में खरीदा था. उनके सऊदी अरब में पनाह लेने की संभावना सबसे ज़्यादा जताई जा रही है.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के सितारे बुरी तरह गर्दिश में हैं. पहले सेना प्रमुख का पद गया, फिर राष्ट्रपति पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा और अब उनके कहीं आने-जाने पर भी पाबंदी लग गई है. बहरहाल, मौजूदा हालात से मिल रहे संकेत यही बताते हैं कि अगले तीन-चार हफ्ते मुशर्रफ को पाकिस्तान में ही सुरक्षा बलों के कड़े पहरे में काटने होंगे. पाकिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव छह सितंबर को होने हैं, जिसके बाद ही मुशर्रफ को कहीं जाने की मंजूरी मिल पाएगी.