पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में शिरकत करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को न्योता देगा. वहीं पाकिस्तान सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण नहीं देगी. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सूत्रों के हवाले से खबर है कि मनमोहन सिंह उद्घाटन समारोह का न्योता नहीं स्वीकार करेंगे. वहीं मनमोहन सिंह के दफ्तर ने कहा है कि फिलहाल पाकिस्तान की तरफ से ऐसा कोई न्योता नहीं मिला है.
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के दफ्तर ने साफ किया है कि पाकिस्तान से करतारपुर कॉरिडोर के संबंध में उनको कोई भी न्योता नहीं मिला है, न ही इसके बारे में कोई मौखिक कम्युनिकेशन है. न उनको इसके बारे में कोई भी जानकारी है.
अगर ऐसा न्योता आता भी है तो प्रोटोकॉल के तहत वह इसको विदेश मंत्रालय भेजेंगे और वहां से क्लीयरेंस होने के बाद ही आगे का कदम उठाया जाएगा. विदेश दौरे से संबंधित यही प्रक्रिया अपनाई जाती है और इस सिलसिले में भी ऐसा ही किया जाएगा.
पाकिस्तान की यह चाल नाकाम साबित होने वाली है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सिख समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने 22 सितंबर को मुलाकात की थी. प्रतिनिधिमंडल ने करतारपुर गलियारे को आगे बढ़ाने के लिए उनका आभार जताया और कहा कि वे उन पर गर्व करते हैं और उनका पूरा समर्थन करते हैं.
हाल में भारत ने तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क (सर्विस फीस) लेने की पाकिस्तान की मांग को खारिज कर दिया था. पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे के माध्यम से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं से सेवा शुल्क वसूलने का प्रस्ताव रखा था.
विदेश मंत्रालय (एमईए) के एक बयान में कहा गया, कुछ खास मुद्दों पर मतभेदों के कारण समझौते को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका. बयान में कहा गया, पाकिस्तान ने गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाने के लिए तीर्थयात्रियों से सेवा शुल्क लेने पर जोर दिया है, जो गलियारे की सुगम और आसान पहुंच के लिए सहमत होने वाली बात नहीं है.
करतारपुर साहिब गलियारा भारत के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के नरोवाल में करतारपुर साहिब गुरुद्वारे से जोड़ता है.