क्या कांग्रेस में फिर से चाटुकारिता के इतिहास को दोहराया गया है. ये सवाल उठा है राहुल गांधी से जुड़े एक ऐसे वीडियो से जो वायरल हो चुका है. यह वीडियो है राहुल गांधी के लिए चाटुकारिता का, जिसमें कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री राहुल गांधी को हाथों में चप्पल उठाकर पहनाते हुए नजर आ रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि बवाल मचने के बाद भी पूर्व मंत्री महोदय इसे अपने गर्व का विषय बता रहे हैं.
पुडुचेरी में मंगलवार को हुई इस पूरी घटना का वीडियो सामने आने के बाद जब बुधवार को चप्पल उठाने वाले पूर्व मंत्री वी. नारायणसामी से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि राहुल उनके प्रदेश आए हुए थे और ये उनकी जिम्मेदारी थी कि उन्हें किसी तरह की तकलीफ ना हो और वो कहीं घायल ना हो जाएं. नारायणसामी ने यह भी कहा कि राहुल की चप्पल उठाने का उन्हें गर्व है.
क्या है वीडियो में, क्यों मचा है बवाल
इस वीडियो के साथ ही डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री और वर्तमान सांसद वी नारायणसामी एक बार फिर विवादों में आ गए हैं. यह पूरा किस्सा पुडुचेरी का है, जहां कांग्रेस उपाध्यक्ष मंगलवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर गए थे. इस दौरान एक स्थान पर जब राहुल ने बाढ़ प्रभावित इलाके को पार करने के लिए चप्पल उतारी तो नारायणसामी ने उसे अपने हाथों में उठा लिया.
यही नहीं, इसके बाद जब राहुल सूखे स्थान पर पहुंचे तब नारायणसामी ने झट से राहुल की चप्पल जमीन पर रख दी. राहुल गांधी ने भी बड़े इत्मीनान के साथ बिना किसी प्रतिक्रिया के चप्पल पहन ली.
चाटुकारिता और कांग्रेस के किस्से
राहुल गांधी, नेहरू गांधी परिवार की चौथी पीढ़ी हैं, लेकिन कांग्रेस में जैसे चाटुकारिता की चैंपियनशिप जारी है. दरअसल, यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस के दामन पर चाटुकारिता के दाग लगे हैं, क्योंकि बात इंदिरा गांधी के जमाने से भी चली आ रही है. तब देवकांत बरुआ ने इंदिरा गांधी को भारत और भारत को इंदिरा गांधी बता दिया था, तो ज्ञानी जेल सिंह ने यहां तक कह दिया था वो इंदिरा गांधी के घर पर झाड़ू लगाने के लिए तैयार हैं.
राजनीति में चाटुकारिता जैसे चलन सा बन गया है. चमचागीरी की हद तो तब भी हो गई थी, जब कोई मायावती की सैंडल चमकाता हुआ नजर आया, तो कोई पंकजा मुंडे की चप्पलें हाथ में उठाता हुआ. जूतों का विवाद राजनाथ सिंह से भी जुड़ा. गुजरात के भुज में सेना के एक जवान से राजनाथ अपने जूतों के फीते बंधवाते हुए नजर आए. दीदी ममता बनर्जी के मंत्री भी अपने गार्ड से चमचागीरी करवाते नजर आ चुके हैं.