उत्तर प्रदेश में रोजाना हो रहीं आपराधिक घटनाओं और बदहाल कानून व्यवस्था को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा है. उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव की बुधवार को आगरा सिविल कोर्ट में गोली मारकर हत्या किए जाने पर मायावती और अखिलेश यादव ने दुख जाहिर किया और कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किए.
उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव की बुधवार को आगरा सिविल कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई. जबकि शामली जिले में पुलिसकर्मियों द्वारा पत्रकार की खुलेआम पिटाई को लेकर दोनों नेताओं ने योगी सरकार को घेरा.
बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि यूपी बार काउंसिल की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव की आगरा कोर्ट परिसर में जघन्य हत्या अति-दुःखद और अति निंदनीय है. साथ ही शामली में पुलिस द्वारा पत्रकारों की अकारण पिटाई जैसी घटनाएं साबित करती हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी के शासन में अराजकता, जंगलराज और भी ज्यादा बढ़ गया है.
यूपी बार कौन्सिल की नवनिर्वाचित अध्यक्ष दरवेश यादव की आगरा कोर्ट परिसर में जघन्य हत्या अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। साथ ही शामली में पुलिस द्वारा पत्रकारों की अकारण पिटाई जैसी घटनायें साबित करती हैं कि लोकसभा चुनाव के बाद बीजेपी के शासन में अराजकता व जंगलराज और भी ज्यादा बढ़ गया है।
— Mayawati (@Mayawati) June 12, 2019
वहीं प्रदेश जारी आपराधिक घटनाओं पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने ट्वीट किया, 'सीएम बैठक पर बैठक कर रहे हैं. अपराधी अपराध पर अपराध! आगरा में बार काउंसिल अध्यक्ष की हत्या कानून व्यवस्था पर सुलगता सवाल. दुखद!'.
सीएम बैठक पर बैठक कर रहे है। अपराधी अपराध पर अपराध! आगरा में बार काउंसिल अध्यक्ष की हत्या कानून व्यवस्था पर सुलगता सवाल। दुखद!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 12, 2019
असल में, उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष दरवेश यादव की बुधवार को आगरा सिविल कोर्ट में गोली मारकर हत्या कर दी गई. उन पर कथित रूप से उनके सहयोगी मनीष शर्मा ने गोली चलाई है. बताया जा रहा है कि शर्मा ने यादव को तीन गोली मारी और बाद में खुद को भी गोली मार ली. दोनों को पुष्पांजलि अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दरवेश को मृत घोषित कर दिया. दरवेश यादव को 9 जून को प्रयागराज में बार अध्यक्ष चुना गया था. वह बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं.
मनीष शर्मा उनके करीबी सहयोगी थे. दोनों उन्हें समर्थन देने पर शुक्रिया अदा करने के लिए वकीलों से उनके चेंबरों में मुलाकात कर रहे थे. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि दोनों के बीच वरिष्ठ वकील अरविंद मिश्रा के चेंबर में तीखी बहस हो गई. बहस के दौरान मनीष शर्मा ने अपना आपा खो दिया और पिस्तौल निकालकर दरवेश पर गोली चला दी.
इसी तरह राज्य के शामली जिले में रेलवे पुलिस ने पत्रकार अमित शर्मा को बुरी तरह पीटा. दरअसल, शामली में फाटक के पास मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतर गए. उसी खबर को कवर करने के लिए अमित शर्मा वहां पहुंचे. इसके बाद अमित शर्मा को GRP के पुलिसकर्मियों ने बुरी तरह पीटा. घटना की वीडियो वायरल होने के बाद में इस घटना पर कार्रवाई हुई और आरोपी एसएचओ राकेश को निलंबित कर दिया गया. उसके साथ आरोपी कांस्टेबल भी निलंबित कर दिए गए हैं.