जम्मू में दोहरे आतंकी हमलों के बाद कुपवाड़ा के जंगलों में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ खत्म हो गई है. आतंकी हमले के बाद सुबह 7.30 बजे से मुठभेड़ जारी थी. इस मुठभेड़ में 3 आतंकवादी मारे गए. मुठभेड़ में एक लेफ्टीनेंट कर्नल और 2 जवान भी शहीद हुए हैं जबकि 2 जवान घायल हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक आतंकियों ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर एक ऑटो को अगवा किया था और हथगोला फेंकने के बाद अंधाधुंध फायरिंग करते हुए थाने में घुस गए. आतंकियों ने थाने पर हमले से पहले थाने के बाहर एक नागरिक को मार डाला. फिर पुलिस स्टेशन के बाहर संतरी को गोली मारी. थाने से निकलने के बाद आतंकियों ने एक टेम्पो ट्रक के क्लीनर को गोली मारकर ट्रक पर कब्जा किया और उसी से सांबा के आर्मी कैंप पहुंच गए.
आर्मी कैंप के बाहर जब फौज ने उन्हें रोका तो उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. सांबा में तो सेना आतंकियों को मार गिराने में कामयाब रही, लेकिन कुपवाड़ा में अभी भी एनकाउंटर जारी है. यहां 24 सितंबर को करीब 30 आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी. अब तक 12 आतंकी मारे जा चुके हैं. जम्मू में आतंकी हमला ऐसे वक्त हुआ है जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बीच अमेरिका में बातचीत होनी है.
शोहादा ब्रिगेड ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है.
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सांबा में सेना और आतंकवादियों की मुठभेड़ खत्म हो चुकी है. सेना का बड़ा सर्च ऑपरेशन चल रहा है. सर्च ऑपरेशन में हेलिकॉप्टर का भी प्रयोग किया जा रहा है. इस मुठभेड़ में लेफ्टिनेंट कर्नल परमजीत सिंह शहीद हो गए.
हीरानगर पुलिस स्टेशन पर हमला
जम्मू के कठुआ में स्थित हीरानगर पुलिस स्टेशन को आतंकियों ने सबसे पहले अपना निशाना बनाया. तीन आतंकी सेना की वर्दी में ऑटो में बैठकर आए और पुलिस स्टेशन पर हमला बोल दिया. इस हमले में 4 पुलिसवालों समेत एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई. तीन आतंकी ट्रक में सवार होकर वहां से फरार हो गए.
सांबा में आर्मी कैंप पर हमला
हीरानगर पुलिस स्टेशन पर हमले के बाद सांबा में आतंकवादियों का गुट सेना की 16 कैवेलरी रेजिमेंट के कैंप में जबरन घुसे. काफी देर तक सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ चली. इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के जवानों ने 2 आतंकियों को मार गिराया.
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आर्मी कैंप से इसरार खान ने कहा, 'सुबह ये हमला किया गया. हीरानगर पुलिस स्टेशन पर 3 आतंकवादियों ने वारदात को अंजाम दिया था. घुसपैठ के लिए यह पुराना रूट है. हमारे 5 अधिकारी आज शहीद हो गए. अभी भी मुठभेड़ जारी है. ये कोई नया ग्रुप है. 10 अधिकारी को 2 जवान इस मुठभेड़ में शहीद हो चुके हैं.'
हमलों के बावजूद जारी रहेगी भारत-पाकिस्तान वार्ता...
माना जा रहा है न्यूयॉर्क में भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के बीच होने वाली वार्ता के विरोध में ये हमले किए गए हैं. आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह न्यूयॉर्क गए हुए हैं. वहां रविवार को पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ उनकी मुलाकात प्रस्तावित है. प्रधानमंत्री बनने के बाद शरीफ पहली बार मनमोहन सिंह से मिलेंगे.
उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इन हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'जब भी कभी बातचीत से मसले को हल करने की कोशिश की जाती है. तो ऐसे हमलों से इसे पटरी से उतारने की कोशिश की जाती है. यह प्रधानमंत्री के ऊपर है कि वो किस तरह से ये मामला सुलझाते हैं, लेकिन हम प्रतिबद्ध हैं कि शांतिपूर्ण तरीके से विवाद को हल करें.'
आतंकवादी हमले के चश्मदीद का बयान
'मैं सुबह टहलने को निकला था. मैंने देखा तीन आतंकवादी ऑटो में सवार होकर आए. वो ऑटो से उतरे और ऑटो ड्राइवर को गोली मार दी. फिर उन्होंने वहां एक दुकानदार को गोली मारी. इसके बाद वो पुलिस स्टेशन में घुसकर गोलीबारी करने लगे. मेरे तो होश उड़ गए और मैं वहां से भाग आया.'
2008 में भी हो चुके हैं ऐसे हमले-
2008 सांबा हादसाः 3 आतंकी इसी तरह से भारतीय सीमा में घुसे थे, उन्होंने एक टेंपो हाईजैक किया था, जीपीएस का इस्तेमाल करके ये आतंकी ब्रिगेड हेडक्वाटर्स तक पहुंचे थे और वारदात को अंजाम दिया था.
2008 चिनूर हादसाः 3 आतंकियों ने मिल्क वैन का इस्तेमाल किया था. 2008 में ही हुए इस हमले में उनके निशाने पर अखनूर के पंडित थे.