केरल के अलपुझा में साइ के वाटर स्पोर्ट्स सेंटर में ट्रेनिंग कर रही चार महिला एथलीटों ने जहर खा कर आत्महत्या करने का प्रयास किया. इनमें से एक 15 वर्षीय खिलाड़ी की मौत हो चुकी है जबकि तीन अन्य को अस्पताल में भर्ती किया गया है. जहर खाने की वजह सीनियर्स द्वारा शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न बताया गया है. साथ ही मृतक महिला के परिवार वालों ने बताया कि उसे दो दिन पहले चप्पू से मारा गया था.
पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, ‘मामला बुधवार शाम का है. करीब 3 बजे इन लड़कियों ने साई महिला छात्रावास में ‘ओथालांगा’ नामक स्थानीय जहरीला फल खाया . इस फल के असर से जब वो बेहोश हो गईं तो शाम 7 बजे के आसपास उन्हें अलपुझा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. जहां इनमें से एक की मौत हो गई.’
खेल मंत्री ने दिए जांच के आदेश
खेल मंत्रालय ने इस मामले की जांच के आदेश देते हुए साइ के किसी अधिकारी के दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई का वादा किया. खेल मंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश देने के साथ ही साइ महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास को केरल रवाना कर दिया है.
खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कहा, ‘मैं केरल में हुई इस घटना से काफी दुखी हूं. जिस लड़की की मौत हुई है वह काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी थी. यह देश, साइ और खेल जगत के लिए बड़ा नुकसान है. मैं शोकाकुल परिवार को सांत्वना देता हूं और हरसंभव मदद का वादा भी.’ उन्होंने कहा, ‘तीन लड़कियों का इलाज चल रहा है. मैं उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं. उन्हें सर्वश्रेष्ठ उपचार सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.’
उन्होंने आगे कहा, ‘कानून अपना काम करेगा लेकिन मैं यही कहना चाहता हूं कि यदि भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) से कोई भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’ खेलमंत्री ने कहा, ‘स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है. मैंने साइ डीजी को मौके पर जाकर रिपोर्ट मुझे देने के लिए कहा है. मैंने उन्हें खास तौर पर कहा है कि तीनों लड़कियों का सर्वश्रेष्ठ उपचार कराया जाए.’
सीनियर्स कर रहे थे शारीरिक उत्पीड़न!
ये लड़कियां पुन्नामदा के समीप साइ वाटर स्पोर्ट्स सेंटर में ट्रेनिंग ले रही थीं. इनके परिजनों ने बताया कि कुछ सीनियर्स इनका शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न कर रहे थे. मृतक महिला एथलीट के परिवार वालों ने कहा, ‘दो दिन पहले कोच ने चप्पू से उसे मारा था जिसकी वजह से वह ना खड़ी हो पा रही थी और ना ही बैठ पा रही थी.’ खिलाड़ियों के रिश्तेदारों ने यह भी आरोप लगाया कि होस्टल के करीब कुछ असामाजिक तत्वों को देखा गया था.
हालांकि हॉस्टल की महिला वार्डन ने इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि लड़कियों की हालत की जानकारी उन्हें तभी मालूम पड़ी जब वो बेहोश हो गईं. उन्होंने कहा, ‘हॉस्टल में किसी ने उनका उत्पीड़न नहीं किया.’
मृत महिला एथलीट के परिवार वालों ने इस मामले में जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि जब तक दोषियों पर मामला दर्ज नहीं किया जाता तब तक वो लड़की का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे और साथ ही नेशनल हाईवे को ब्लॉक भी कर देंगे.
इस बीच इस घटना के खिलाफ डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया और सीपीएम की युवा शाखा ने रैली निकाली.
घटना को लेकर साइ के डायरेक्टर जनरल इंजेति श्रीनिवास ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
This is the most tragic and shocking incident in 3 decade long existence of SAI: SAI Director General Injeti Srinivas pic.twitter.com/Lp4rUogbcS
— ANI (@ANI_news) May 7, 2015
We have tried to ensure that they are getting best medical attention: SAI Director General Injeti Srinivas pic.twitter.com/fmlOkwMCwW
— ANI (@ANI_news) May 7, 2015
Police investigating matter, sub divisional magistrate has taken deposition of one girl who is able to speak: SAI DG Injeti Srinivas
— ANI (@ANI_news) May 7, 2015
केरल सरकार उठाएगी इलाज का खर्च
इस बीच केरल के खेलमंत्री तिरुवंचूर राधाकृष्णन ने कहा है कि राज्य के खेल सचिव मामले की जांच करेंगे. सरकार ने मृतका के परिवार को आर्थिक मदद देने का भी ऐलान किया. इसके साथ ही कहा कि बाकी तीन लड़कियों के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी.