यहां से लगभग पन्द्रह किलोमीटर दूर करह के जंगल में स्थित स्वर्गवासी बाबा रतनदास की तपोभूमि ‘करह आश्रम’ में बाबा की मूर्ति खण्डित करने के आरोपी बनवारी गुर्जर एवं उसके परिवार का गुर्जर महापंचायत ने ‘हुक्का पानी’ बंद करने के साथ ही उन्हें मुरैना, भिण्ड एवं ग्वालियर जिले की सीमा से बाहर निकलने का फैसला सुनाया.
बाबा संत रतनदास की मूर्ति कल सुबह खण्डित होने से नाराज गुर्जर समाज ने आज अपनी महापंचायत बुलाकर आरोपी बनवारी गुर्जर एवं उसके परिवार का ‘हुक्का पानी’ बंद करने और तीन जिलों की सीमा से बाहर करने का फैसला लिया है. यह जानकारी समाज के प्रवक्ता रघुराज सिंह कंषाना ने महापंचायत के बाद संवाददाताओं को दी है.
दूसरी ओर, पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) संजय कुमार झा ने बताया कि मूर्ति खण्डित करने का आरोपी बनवारी फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. उनकी समझाइश एवं दोषी युवक पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन देने के बाद अब करह क्षेत्र में तनाव कम होता जा रहा है.
आश्रम के प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि शनिवार सुबह बनवारी वहां आया था और उसे कुछ लोगों ने बाबा की मूर्ति खण्डित करते देखा. जब तक लोग उसे पकड़ते वह फरार हो गया. वह किसी बात को लेकर पिछले लंबे समय से आश्रम के साधुओं से नाराज था और पिछले माह उसके भाई संजय ने आश्रम के एक साधु की हत्या भी कर दी थी.
झा ने कहा कि एहतियात के तौर पर आश्रम और आसपास के इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। क्षेत्र में अब हालात नियंत्रण में हैं.