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मैक्सिको से 2-0 से चित हुआ फ्रांस बाहर होने की कगार पर

पूर्व चैम्पियन फ्रांस आज यहां फीफा विश्व कप के मैच में मैक्सिको के तेज तर्रार आक्रमण के सामने फिसड्डी दिखायी दिया, जिससे कोच जेवियर अगुरे की टीम ने बेहतरीन खेल का नमूना पेश करते हुए 2 . 0 से शानदार जीत दर्ज की.

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पूर्व चैम्पियन फ्रांस आज यहां फीफा विश्व कप के मैच में मैक्सिको के तेज तर्रार आक्रमण के सामने फिसड्डी दिखायी दिया, जिससे कोच जेवियर अगुरे की टीम ने बेहतरीन खेल का नमूना पेश करते हुए 2-0 से शानदार जीत दर्ज की.

इस जीत से मैक्सिको के चार अंक हो गये हैं और वह ग्रुप ए में उरूग्वे के साथ नाक आउट चरण में पहुंचने की दावेदार है जबकि फ्रांस का सिर्फ एक अंक हैं और विश्व कप से बाहर होने की कगार पर पहुंच गया है. दोनों टीमें विश्व रैंकिंग में शीर्ष 20 में शामिल हैं.

स्थानापन्न खिलाड़ी जेवियर हर्नांडिज ने 64वें मिनट में अकेले बलबूते पर रोमांचक गोल दागकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. ‘मैन आफ द मैच’ हर्नांडिज को डीप से राफेल मारक्वेज ने लंबा पास दिया और यह फारवर्ड फ्रांस के गोलकीपर लोरिस से बचते हुए गोलपोस्ट के सामने पहुंच गया और शानदार किक से बाल सीधे गोलमुख में. यह गोल फीफा विश्व कप इतिहास का 2100वां गोल भी था. हालांकि टीवी रिप्ले में यह आफ साइड भी लग रहा था.

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इसके बाद फ्रांस की टीम ने भी आक्रमण तेज कर दिया लेकिन उन्हें किसी मूव का फल नहीं मिला और मैक्सिको ने 79वें मिनट में काटेमॉक ब्लांको के पेनल्टी से किये गये गोल से इस बढ़त को 2-0 कर दिया जिससे वुवुजेला का शोर और भी तेज हो गया.{mospagebreak}

मैक्सिको की टीम पीटर मोकाबा स्टेडियम की ठंडी परिस्थितियों में ग्रुप ए के मैच में शुरू में काफी जीवंत और खतरनाक दिखायी दी और पहले हाफ में उसने काफी मौके बनाये लेकिन स्कोर 0-0 ही रहा. दोनों टीमें विश्व कप के इतिहास में चौथी बार एक दूसरे के आमने सामने हैं जिसमें मैक्सिको ने पहली बार फ्रांस पर जीत दर्ज की. हालांकि फ्रांस टीम का विश्व कप में धीमी शुरूआत करने का इतिहास रहा है जो 2002 और 2006 विश्व कप में अपने शुरूआती मैच हार गई थी लेकिन 2006 में इस टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया था.

दोनों टीमों ने अपने शुरूआती मैच में अंक बांटे थे. फ्रांस ने उरूग्वे से 0-0 से और मैक्सिको ने मेजबान देश दक्षिण अफ्रीका से 1-1 से ड्रा खेला था.

फ्रांस की टीम मैक्सिको के तेज तर्रार स्ट्राइकरों से काफी परेशान दिख रही थी, लेकिन विपक्षी टीम के ज्यादातर मूव इतने सटीक नहीं थे जो लक्ष्य से चूक गये. फ्रांस के फ्लोरेंट मालौदा और फ्रैंक रिबेरी ने 55वें मिनट में मैक्सिको के गोलकीपर आस्कर पेरेज को भी दौड़ने पर मजबूर दिया.

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मैक्सिको के खिलाड़ियों की तेज आक्रमण से फ्रांसिसी टीम काफी दबाव में आ गयी थी. फ्रांस ने कुछेक प्रयास किये, फ्रैंक रिबेरी का दायें पैर का शाट गोलमुख के करीब से निकल गया.{mospagebreak}

पहले मैच की तरह धारहीन नजर आयी फ्रांस ने पहले दो मिनट तक गेंद पर कब्जा बनाया लेकिन तीसरे मिनट में मेक्सिको ने इसे तोड़ दिया. जियोवानी दोस सांतोस ने नीचा शाट लगाया जो गोलपोस्ट से काफी दूर चला गया.

फ्रांस के गोलकीपर हुगो लोरिस को पांचवें मिनट में पैट्रिस एवरा के कमजोर पास से बने जियोवानी दोस सांतोस के मूव को रोकने के लिये मशक्कत करनी पड़ी. मैक्सिको के तीनों स्ट्राइकर आठवें मिनट में फ्रांस की बैकलाइन को पीछे छोड़ते हुए आगे चले गये लेकिन कालरेस वेला का बायें पैर से लगा शाट काफी उंचा चला गया. कालरेस सालसिडो का लंबा पास अनुभवी स्ट्राइकर गुलिरेमो फ्रैंको के करीब पहुंचा लेकिन उनका तेजी से लगा शाट गोलपोस्ट के उपर चला गया.

सालसिडो ने दो बार फ्रांस की रक्षापंक्ति में सेंध लगाकर 20 मीटर से शाट लगा जो काफी वाइड रहा जिसका बचाव 27वें मिनट में गोलकीपर लोरिस ने किया. वहीं वेला अपनी जांघ में चोट लगा बैठे जिसके उन्हें 31वें मिनट में मैदान से बाहर जाना पड़ा और उनकी जगह पाबलो बारेरा उतरे जिन्होंने मैदान पर उतरते हुए फ्रांस के गोलकीपर लोरिस पर दबाव में ला दिया.

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दोनों ने पहले मैच वाली टीम में एक एक बदलाव किया था. फ्रांस ने फ्लोरेंट मालौदा को योआन गौरकफ की जगह और मैक्सिको ने पाल अगुईलर की जगह डिफेंडर हेक्टर मोरेना को उतारा.

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