फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों चार दिवसीय दौरे पर शुक्रवार रात भारत पहुंच गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैक्रों की अगवानी करने एयरपोर्ट पहुंच गए. पीएम मोदी ने मैक्रों का गले लगाकर स्वागत किया. मैक्रों की इस यात्रा के साथ ही दोनों देशों की दोस्ती का एक नया दौर शुरू होने जा रहा है.
मैक्रों की इस यात्रा के दौरान दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों, खासकर समुद्री सुरक्षा तथा आतंकवाद से निपटने के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत बनाने पर विशेष रूप से चर्चा करेंगे. फ्रांस के सहयोग से बन रहे जैतापुर (महाराष्ट्र) परमाणु बिजली संयंत्र को लेकर भी समझौते पर हस्ताक्षर की उम्मीद है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैक्रों के बीच कल प्रतिनिधि स्तर की बातचीत में हिंद महासागर में सहयोग बढ़ाने का मुद्दा प्राथमिकता पर लिया जा सकता है.
#WATCH: Prime Minister Narendra Modi received Emmanuel Macron, President of France in Delhi. The France President is on a four-day visit to India. pic.twitter.com/GX4tZmE3En
— ANI (@ANI) March 9, 2018
संयुक्त सचिव (यूरोप पश्चिम) के नागराज नायडू ने कहा कि फ्रांस विशेष रूप से दक्षिण एशिया में आतंकवाद को लेकर भारत के नजरिये का समर्थन करता है. हम नये क्षेत्रों खासकर समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद निरोधक उपाय तथा अक्षय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में दोनों की बढ़ती सहमति देख रहे हैं.
इसके अलावा भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक भागीदारी में रक्षा, परमाणु ऊर्जा तथा अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग का मामला शामिल हैं. नायडू ने कहा कि अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत और फ्रांस के बीच एक परिपक्व गठजोड़ है और हम इसे नये स्तर ले जाना पसंद करेंगे.
भारत और फ्रांस के बीच अंतरिक्ष के क्षेत्र में सहयोग पांच दशक से भी पुराना है. परंपरागत क्षेत्रों के अलावा अक्षय ऊर्जा, उच्च गति वाली ट्रेन और व्यापार में सहयोग बढ़ाने पर भी जोर होगा.
मोदी के साथ कल प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद मैक्रों विद्यार्थियों के साथ एक खुली चर्चा में शामिल होंगे. इसमें विभिन्न स्तर के करीब 300 छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है.