जम्मू-कश्मीर में आई भयंकर बाढ़ के मद्देनजर रेलवे ने बिना किराया वसूले राहत सामग्रियों को वहां पहुंचाने और बाढ़ में फंसे यात्रियों को उनके ठिकानों तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनों सहित कई कदम उठाने का निर्णय किया है.
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से प्रभावित लोगों को बांटे जाने वाली राहत सामग्रियों में खाने-पीने की चीजें, दवा, कपड़े, बर्तन आदि शामिल हैं. रेल द्वारा मुफ्त परिवहन की यह सुविधा 22 सितम्बर तक जारी रहेगी.
रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने जम्मू-कश्मीर में फंसे यात्रियों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने और रेल के माध्यम से राहत सामग्रियों को पहुंचाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. फिरोजपुर मंडल के चार वरिष्ठ अधिकारियों का एक दल जम्मू-कश्मीर रवाना हुआ है, जो वहां रेल लाइनों की स्थिति का मुआयना करेगा. यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ से निपटने के लिए जम्मू से नई दिल्ली होते हुए इंदौर के लिए एक विशेष ट्रेन भी चलाई जा रही है.
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने राज्य के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए अब तक रेल नीर की तीन लाख बोतलें उपलब्ध कराई हैं. इसके अलावा जब तक जरूरत होगी, रेल नीर की हर दिन 50 हजार बोतलें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जाएगी.
अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की सहायता के लिए जम्मू, उधमपुर और कटरा रेलवे स्टेशनों पर सहायता डेस्क बनाए गए हैं. इसके अलावा कश्मीर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से सुरक्षित निकाले गए लोगों की सहायता के लिए दिल्ली मंडल ने विशेष व्यवस्था की है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनके लिए वेटिंग रूम बनाए गए हैं.