पनामा पेपर्स को लेकर नए खुलासे के बाद एक बार फिर अभिनेता अमिताभ बच्चन ने बयान जारी कर कहा है कि उन्होंने कुछ भी गैरकानूनी नहीं किया है. उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है.
टेलीफोन के जरिए शामिल हुए थे बोर्ड बैठक में
'द इंडियन एक्सप्रेस' ने गुरुवार को अखबार में एक रिपोर्ट छापी. मोसेक फोंसेका रिकॉर्ड्स पर आधारिक इस रिपोर्ट के मुताबिक 'सी बल्क शिपिंग और ट्रैंप शिपिंग' ने 12 दिसंबर 1994 को रेजोल्यूशन पास किया था. इस रेजोल्यूशन का संबंध दलाह अल्बारका इनवेस्टमेंट कंपनी से लिए गए 17.5 लाख डॉलर के लोन से था. खबर में यह भी खुलासा किया गया है कि देश से बाहर अमिताभ दो और कंपनियों के मैनेजिंग डायरेक्टर थे. रिपोर्ट में इसमें दावा किया गया है कि अमिताभ फोन के जरिए कंपनी की बोर्ड बैठक में शामिल हुए थे.
अमिताभ ने ट्विटर पर भी पोस्ट किया जवाब
अखबार के इस दावे के बाद अमिताभ बच्चन के ऑफिस से जवाब आया है. इसे अमिताभ के ट्विटर अकाउंट पर भी पोस्ट किया गया है. इसमें लिखा है कि 'पनामा खुलासे को लेकर मीडिया लगातार मुझसे सवाल कर रही है, मैं उनसे विनम्र निवेदन करता हूं कि वे भारत सरकार से इस बारे में सवाल करे, जहां मैं पहले ही अपना जवाब दे चुका हूं.'
साथ ही यह भी लिखा गया है कि 'मैं अपने पुराने बयान पर कायम हूं, मेरे नाम का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है.'