एफटीआईआई विवाद सुलझाने के लिए केंद्र सरकार ने एक बार फिर छात्रों से बातचीत की पहल की है. करीब तीन महीने से चल रहे आंदोलन को खत्म करने के लिए सरकार ने बिना किसी पूर्व शर्त के छात्रों को बातचीत के लिए कहा है.
गजेंद्र चौहान को FTII का चेयरमैन बनाए जाने के बाद छात्रों ने सरकार के फैसले का विरोध करते हुए चौहान को हटाने की मांग शुरू की थी. FTII पुणे कैंपस में भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों से सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अलावा बीजेपी नेता माधव भंडारी ने भी मुलाकात करते विवाद सुलझाने की अपील की है.
ज्वाइंट सेक्रेटरी ने लिखा पत्र
मंत्रालय की ओर से FTII स्टूडेंट यूनियन (FSA) अध्यक्ष हरिशंकर नचिमुथु को लिखे पत्र में कहा गया है कि इसके पहले बातचीत के सारे प्रयास विफल रहे हैं और छात्र पूर्व शर्तें रखते हुए बातचीत से हट गए. यह पत्र ज्वाइंट सेक्रेटरी (फिल्म्स) ने लिखा है.
मूर्ति ने लिखा कि यदि छात्र यह गतिरोध समाप्त करना चाहते हैं तो वे उनसे संपर्क कर सकते हैं. वहीं, महाराष्ट्र में बीजेपी के प्रवक्ता भंडारी ने छात्रों से बातचीत के बाद कहा, 'मेरा दौरा और बातचीत व्यक्तिगत क्षमता के तहत थी, जिसमें मैंने हड़ताल समाप्त करने के लिए समान आधार खोजने का प्रयास किया.'