केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को कहा कि 'राजनीतिक धर्मनिरपेक्षतावादियों' को देश के अल्पसंख्यकों में डर का माहौल पैदा करने से बचना चाहिए.
केंद्रीय वक्फ भवन का उद्घाटन करने के बाद नकवी ने कहा, 'राजनीतिक धर्मनिरपेक्षतावादियों को अल्पसंख्यकों के मन में डर पैदा करने और उनके राजनीतिक हितों को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें गुमराह करने से बचना चाहिए.'
अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्यमंत्री नकवी ने कहा कि दशकों तक भारत में अल्पसंख्यक समुदायों के सामाजिक-आर्थिक और शैक्षणिक विकास के लिए कोई ईमानदार प्रयास नहीं किया गया.
नकवी के आधिकारिक ट्विटर खाते पर जारी एक बयान में नकवी ने कहा, 'तथाकथित धर्मनिरपेक्षतावादियों के बीच इन समुदायों का राजनीतिक रूप से इस्तेमाल करने की प्रतिस्पर्धा है. इसी प्रकार के दृष्टिकोण के कारण अल्पसंख्यकों, खास तौर से मुस्लिमों का विकास केवल कागजों पर ही रह गया.'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार देश के विकास में अल्पसंख्यकों को भागीदार बनाकर उन्हें बराबर के अधिकार देने के प्रयास कर रही है.
नकवी ने कहा, 'राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने एक ऐसा तंत्र विकसित किया है, जहां केंद्र द्वारा अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए दिया गया हर एक पैसा ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ खर्च किया जा रहा है.'
उन्होंने कहा, 'अल्पसंख्यक समुदायों खास तौर पर मुस्लिमों को केंद्र सरकार का आंकलन उसके काम के आधार पर करना चाहिए, न कि उन लोगों के नजरिए से जो मुस्लिम समुदाय के राजनीतिक इस्तेमाल के लिए जिम्मेदार हैं.'
केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय वक्फ परिषद से वक्फ की संपत्तियों को ईमानदार प्रयासों के साथ विकसित करने का आग्रह किया है.
उन्होंने कहा कि वक्फ माफियाओं के चंगुल से वक्फ की संपत्तियां मुक्त कराने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाने की आवश्यकता है. ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इन संपत्तियों का इस्तेमाल मुस्लिमों के समग्र विकास में होता है.
- इनपुट IANS