अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में हो रहे जी - 20 शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी ने शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. इस दौरान दोनों पड़ोसी देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा हुई. पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच इस साल ये चौथी मुलाकात थी.
पीएम मोदी और शी जिनपिंग अप्रैल में चीनी शहर वुहान में हुई अपनी अनौपचारिक बैठक के बाद दो बार मिल चुके हैं. दोनों नेता जून में चीन के चिंगदाओ में हुए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) सम्मेलन में मिले थे और फिर जुलाई में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में दोनों की मुलाकात हुई थी.
पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति से कहा कि वह अगले साल एक अनौपचारिक बैठक में उनकी मेजबानी करने की उम्मीद करते हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज की बैठक हमारे संबंधों को मजबूत करने के संदर्भ में एक दिशा प्रदान करने में अहम होगी.
उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल गति को बनाए रखने में मददगार है. उन्होंने कहा कि चिंगदाओ और जोहान्सबर्ग में दो समीक्षा बैठकें हुई थीं.
Productive discussions between PM @narendramodi and President Xi Jinping in Buenos Aires. pic.twitter.com/DZKRQdLNPF
— PMO India (@PMOIndia) November 30, 2018
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस से भी मिले PM मोदी
इससे पहले पीएम मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की. सऊदी के आधिकारिक मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेता जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में सलमान के आवास पर मिले.
सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान, राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक, निवेश, कृषि, ऊर्जा, संस्कृति और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की गई.
निवेश के क्षेत्र में को लेकर दोनों नेताओं ने बुनियादी ढांचा सेक्टर में सार्वजनिक निवेश के जरिये इन्वेस्टमेंट फंड पर चर्चा की. साथ ही इस विषय पर भी चर्चा हुई कि कृषि उत्पादों को लेकर अवसरों को कैसे भुनाया जाए. ऊर्जा के क्षेत्र में पीएम मोदी और सलमान के बीच हुई चर्चा के दौरान सऊदी अरब ने भारत को तेल और पेट्रोलियम पदार्थों की सप्लाई का प्रस्ताव रखा.