लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सोमवार कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त अध्यक्ष नितिन गडकरी संघ की नहीं बल्कि भाजपा की पसंद हैं.
लोकसभा में विपक्ष की नेता बनने के बाद पहली बार भोपाल आयीं सुषमा स्वराज ने संवादददाताओं से बातचीत में कहा कि गडकरी अध्यक्ष पद के लिये भाजपा की पसंद थे. राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ ने तो मात्र भाजपा की पसंद पर अपनी मोहर लगायी है. उन्होंने संघ द्वारा भाजपा की कार्यवाही में हस्तक्षेप किये जाने से स्पष्ट इंकार करते हुए कहा कि भाजपा अपना काम स्वंय करती है और इसमें संघ का कोई हस्तक्षेप नहीं होता. उन्होंने कहा कि संघ द्वारा हमें अवश्य समय-समय पर सलाह और मार्गदर्शन मिलता रहता है.
यह पूछे जाने पर कि गडकरी जब महाराष्ट्र में ही भाजपा को नहीं जिता पाये तो पूरे देश में भाजपा को क्या जिता पायेंगे, सुषमा स्वराज ने कहा कि राजनीति में इस प्रकार की बातें मायने नहीं रखती हैं. उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि गडकरी इसलिये राष्ट्रीय स्तर पर असफल हो जायेंगे क्योंकि वे महाराष्ट्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये थे. सुषमा ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि भाजपा संगठन के समक्ष स्वंय को कांग्रेस के बेहतर विकल्प के रूप में प्रस्तुत करना बहुत बड़ी चुनौती है.
समझौते की राजनीति को समय की आवश्यकता बताते हुए सुषमा ने कहा कि आज की राजनीतिक परिस्थितियों में किसी भी दल को स्वंय के बल पर बहुमत मिलना संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि पूर्व में पंचमढ़ी में कांग्रेस ने एकला चलो का नारा दिया था लेकिन अब वह भी समझ गयी है कि उसे भी अपने बल पर बहुमत नहीं मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के 116 सदस्यों का उन्हें नेता चुना गया है और वह सदन में देशभक्त विपक्ष की भूमिका अदा करेंगी.
उन्होंने कहा कि हम उन सभी बातों और मुद्दों का विरोध करेंगे जो देश के विरोध में होंगे. हम केवल विरोध के लिये विरोध नहीं करेंगे और जनकल्याणकारी कदमों का समर्थन भी करेंगे. स्वंय को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मानने से इनकार करते हुए विपक्ष की नेता ने कहा कि उन्हे नेता प्रतिपक्ष मात्र बनाया गया है और वहीं तक अभी रहें और उसके आगे की कल्पनायें छोड़ दी जानी चाहिये.
आंध्रपदेश के राज्यपाल एन.डी. तिवारी द्वारा सेक्स स्कैंडल संबंधी स्कैंडल के बाद अपने पद से दिये गये इस्तीफे का स्वागत कराते हुए उन्होने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि कांग्रेस उच्चकमान ने तिवारी से इस्तीफा मांगा है या उन्होंने स्वंय ही अपने पद से त्याग पत्र दिया है. सुषमा स्वराज ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की आगामी बैठक इंदौर में आयोजित की जायेगी.