भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने आज कहा कि वह निष्कासित नेता उमा भारती को पार्टी में वापस लाना चाहते हैं लेकिन इस मुद्दे को अभी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है क्योंकि उन्होंने चिंतन एवं स्वास्थ्य लाभ के लिए कुछ और वक्त मांगा है.
गडकरी ने बताया ‘भारती ने मुझसे मुलाकात की और हमने इस मुद्दे पर चर्चा की. लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि उनकी सेहत ठीक नहीं है और उन्होंने चिंतन एवं शांति के लिए कुछ वक्त की मांग की. उन्होंने कहा कि वह फिर मुझसे मिलेंगी.’ इस साल जून महीने में नौ महीने निष्कासित रहने के बाद जब जसवंत सिंह को पार्टी में वापस लिया गया था उसी समय से पार्टी में भारती की वापसी की अटकलें लगायी जाने लगी थीं.
बहरहाल, भाजपा के कई नेता उमा की वापसी को लेकर सशंकित हैं क्योंकि उन्हें इस बात का डर है कि इससे पार्टी में उनकी स्थिति कमजोर होगी.
भाजपा में उमा की वापसी की अटकलों ने उस वक्त भी जोर पकड़ा था जब हाल ही में उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी के साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमण सिंह के पिता के अंतिम संस्कार के सिलसिले में रायपुर का दौरा किया था. बाद में वह आडवाणी के साथ सोमनाथ भी गयी थीं.
गडकरी ने कहा ‘जब मैं भाजपा का अध्यक्ष बना, मैंने कहा था कि मैं उन सभी को पार्टी में लाना चाहूंगा जो पार्टी छोड़ गए हैं. इसके तुरंत बाद मैंने भारती से मुलाकात की. भाजपा में उनकी वापसी के मुद्दे पर पार्टी के अन्य नेताओं के साथ विचार विमर्श जारी है.’
यह पूछे जाने पर कि पार्टी में उमा को वापसी के बाद उन्हें क्या जिम्मेदारी दी जाएगी, इस पर गडकरी ने कहा कि इस समय यह सवाल प्रासंगिक नहीं है क्योंकि उन्होंने खुद ही पार्टी में शामिल होने के लिए कुछ वक्त की मांग की है.
इस बीच, भविष्य की योजनाओं के बाबत पूछे जाने पर उमा भारती ने बताया ‘कुछ समय के लिए मैं इस अध्याय को बंद रखना चाहती हूं.’ यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें पता है कि कुछ नेता पार्टी में उनकी वापसी के खिलाफ हैं, उमा ने कहा ‘इस मुद्दे पर टिप्पणी के लिए मैं उपयुक्त व्यक्ति नहीं हूं.’