संघ के मानहानि मामले में आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भिवंडी की अदालत में पेश हुए. राहुल की पेशी के कुछ ही देर के बाद कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक वीडियो ट्वीट किया गया. गांधी जी को किसने मारा, इस हेडलाइन से 1.27 मिनट के इस वीडियो को ट्वीट किया गया है. इसमें कई लोगों से बातचीत की गई है.
गांधीजी को किसने मारा?
वीडियो में सभी से सवाल किया गया कि गांधी जी को किसने मारा? इसके जवाब में सभी लोगों ने कहा कि गांधी जी को नाथूराम गोडसे ने मारा. वीडियो में कुछ लोगों ने ये भी कहा कि गांधी जी को मारा तो गोडसे ने था, लेकिन इस हत्या के पीछे किसका हाथ था, ये एक राजनीतिक पहलू है.
गांधीजी की हत्या पर पुणे में बंटी थीं मिठाइयांWho and what killed Gandhiji?
Here’s what Indians have to say. #RSS #GandhiAssassination pic.twitter.com/sJVVIStPR7
— Congress (@INCIndia) June 12, 2018Advertisement
किसी ने कहा कि गोडसे में जो नफरत की भावना पैदा हुई, वो आरएसएस की ही देन है तो किसी ने कहा कि संघ की विचारधारा से प्रभावित होकर गोडसे ने गांधी जी को मारा था. एक शख्स ने कहा कि गांधी जी की हत्या के बाद पुणे में मिठाइयां बांटी गईं. ये सच है कि आरएसएस समर्थकों ने गांधी जी की हत्या पर खुशी मनाई थी.
RSS को जिम्मेदार ठहराया
इस वीडियो के माध्यम से कांग्रेस ने ये संदेश दिया है कि आज भी राहुल गांधी के आरएसएस पर लगाए गए आरोपों पर वो अडिग है. इसी के तहत लोगों से सवाल किया गया कि गांधीजी को किसने मारा? और जवाब में सभी लोगों ने सीधे नाथूराम गोडसे का नाम लिया, साथ ही आरएसएस को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.
गौरतलब है कि आज राहुल गांधी पर आरएसएस की मानहानि के मामले में आरोप तय किए गए. सुनवाई के दौरान राहुल गांधी ने अपने आप को निर्दोष बताते हुए कहा कि मैं इस मामले में दोषी नहीं हूं.
मामला क्या है?
दरअसल संघ कार्यकर्ता राजेश कुंटे ने 2014 में भिवंडी में राहुल गांधी का भाषण सुनने के बाद उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. राहुल ने उस भाषण में कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस का हाथ था.
भिवंडी कोर्ट के बाहर मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार 15-20 बड़े लोगों की सरकार है. किसानों, गरीब लोगों की बात इस सरकार में नहीं होती. राहुल गांधी ने कहा कि मेरे ऊपर केस करते रहते हैं ये लोग. मैं उसका सामना करूंगा.
अपमान और दंडनीय धारा लागू
सुनवाई के दौरान जज ने बयान पढ़ते हुए कहा किआपने आरएसएस संगठन को बदनाम किया. आपका बयान था कि आरएसएस के लोगों ने गोली मारी और सरदार पटेल ने लिखा है. सुनवाई में कहा कि इस मामले में धारा 499 के तहत ये अपमान है और धारा 500 के तहत ये दंडनीय भी है.
राहुल सुप्रीम कोर्ट भी गए थे
बता दें कि इससे पहले राहुल गांधी ने इस मामले को खारिज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इस पर शीर्ष अदालत ने कहा था कि उन्हें इस तरह से किसी संस्था को बदनाम नहीं करना चाहिए था. अगर वे इस मामले में अफसोस जाहिर नहीं करते हैं तो उन्हें कोर्ट में ट्रायल का सामना करना पड़ेगा. गांधी ने इसे खारिज करते हुए अदालती कार्यवाही में शामिल होने की बात कही थी.