‘गणपति बप्पा मोरया’ के जयघोष के साथ भारतीय मूल के हजारों श्रद्धालु समूचे ब्रिटेन में गणेश चतुर्थी के त्योहार को मनाने के लिए मंदिरों में जुट रहे हैं.
गणेशोत्सव समारोह का आयोजन महाराष्ट्र मंडल, लंदन और कुछ अन्य शहरों में किया जा रहा है जहां बड़ी तादाद में भारतीय मूल के लोग रहते हैं. इन शहरों में लीसेस्टर, ब्रिस्टल,
लिवरपूल, बर्मिंघम और मैनचेस्टर आदि शामिल हैं.
लीसेस्टर में समारोह के आयोजकों ने दावा किया कि उनकी गणेश की प्रतिमा समूचे ब्रिटेन में रखी गई सबसे बड़ी प्रतिमा है. इस प्रतिमा का निर्माण मुंबई में किया गया.
लीसेस्टर में श्री सनातन मंदिर में गणेशोत्सव के आयोजक विनोद पटेल के अनुसार नौ फुट की इस प्रतिमा को बनाने में नौ महीने से अधिक का वक्त लगा.
लीसेस्टर के मंदिर में हजारों श्रद्धालु भगवान गणेश का दर्शन करने के लिए जुट रहे हैं.
जैविक रूप से नष्ट होने वाली प्रतिमा को बुधवार को लिवरपूल ले जाया जाएगा और उसे मर्सी नदी में विसर्जित कर दिया जाएगा.
हर साल गणेश की प्रतिमा को ब्रिटेन के विभिन्न हिस्सों से मर्सी नदी में विसर्जित करने के लिए लाया जाता है.
लिवरपूल में गणेशोत्सव का आयोजन करने वाले इंडो ब्रिटिश एसोसिएशन के सचिव शिव पांडे के अनुसार मर्सी नदी को इंग्लैंड के उत्तर में हिंदू समुदाय के लोग गंगा नदी के बराबर का दर्जा
देते हैं.