केंद्रीय मंत्री उमा भारती पर बेशक इस वक्त गंगा सफाई की जिम्मेदारी नहीं है, लेकिन गंगा को लेकर अपनी भावनाएं उन्होंने व्यक्त की हैं. गंगा सफाई पर बाबा रामदेव के बयान के बाद नाराजगी व्यक्त करने वाली उमा भारती ने एक बार फिर गंगा की सफाई पर अपनी योजना को लेकर लोगों के बीच बात रखी है.
केंद्रीय मंत्री उमा भारती का कहना है कि बेशक वह गंगा की मंत्री नहीं है लेकिन उनका स्वच्छता मंत्रालय जो है वह गंगा से जुड़ा है इसलिए वह नितिन गडकरी के साथ अभी भी गंगा के काम में लगी हैं. उमा भारती का दावा है कि नितिन गडकरी से परामर्श करके हमारे स्वच्छता मंत्रालय ने पहले ही घोषित कर दिया है कि अक्टूबर के महीने में सभी की अनुकूलता देखकर एक तारीख तय की जाएगी तथा गंगा की महा-कारसेवा के साथ गंगा की स्वच्छता के महाभियान का शुभारंभ होगा.
उमा भारती ने बताया कि सभी संतगण इसकी अगुवाई करें. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है मां गंगा को दिया वचन हम पूरा कर सकेंगे.
उमा भारती ने अपने कार्यकाल में गंगा को लेकर उनके द्वारा किए गए कामों के बारे में भी बताया और कहा कि उन्होंने गंगा को लेकर 3 साल में सफाई के लिए काफी मेहनत की है और अब नितिन गडकरी पिछले 1 साल से उस काम को आगे बढ़ा रहे हैं. नितिन गडकरी से मिलकरे गंगा सफाई का प्रण पूरा करने की बात भी उन्होंने कही.
उमा भारती का कहना है कि प्रधानमंत्री की गंगा पर आस्था सर्वविदित है, इसलिए उन्होंने गंगा मंत्रालय बनाया था, जो तीन साल मेरे पास रहा तथा अब एक साल से नितिन गडकरी के पास है.
2014 में जब गंगा मंत्रालय बना तो हमने पुराने कार्यक्रम की समीक्षा की तथा गंगा मिशन जो कि एक सोसाइटी थी उसको नई धारणा-नई गति प्रदान की. मोदी जी ने गंगा जी के लिए 20,000 करोड़ की सेंट्रल सेक्टर फंडिंग की.
उन्होंने बताया, हमें 2 साल इसकी योजना बनाने में लगे. पुरानी योजनाओं को भी हमने जारी रखा. पहले नई योजना पर गहन विचार-मंथन हुआ जिसमें केंद्र सरकार के 7 विभाग तथा 5 राज्यों की सरकारों के साथ परामर्श के कई दौर हुए. फिर योजना की EFC (वित्तीय अवधारणा) हुई तथा हमारी EFC पर 20,000 करोड़ की फंडिंग पर कैबिनेट का समर्थन हुआ.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डेढ़ सालों में मेरी हर सांस में गंगा थी. सुबह सात बजे से रात को ग्यारह बजे तक निजी सचिव और मंत्रालय एवं मिशन गंगा के सभी अधिकारी गंगामय हो चुके थे.
उमा भारती ने कहा कि हमने अतीत में गंगा के लिए बहुत मेहनत की है. अब मेरा विभाग बदल चुका है, किंतु गंगा के साथ मेरी संलग्नता जरा भी कम नहीं हुई है. मेरे मंत्रालय में भी गंगा की स्वच्छता का हिस्सा है.