भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गैरी कर्स्टन ने शुक्रवार को कहा कि वह इससे बहुत आहत और दुखी हैं कि उनके हवाले से यह कहा गया कि वह खिलाड़ियों को प्रदर्शन में सुधार के लिये कामुक गतिविधियों के प्रति उकसाने की कोशिश कर रहे हैं.
'मैंने कभी किसी को नहीं उकसाया'
कर्स्टन ने संवाददाता सम्मेलन में पहले से तैयार बयान पढ़ा और कहा कि उन्हें इन रिपोर्टों से बेहद दुख पहुंचा कि वह खिलाड़ियों को कामुक गतिविधियों में लिप्त रहने के लिये उकसा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'मैं और मेरा परिवार इन आरोपों से बेहद आहत और दुखी हैं कि मैं भारतीय खिलाड़ियों को मैच से पहले कामुक गतिविधियों में लिप्त रहने के लिये उकसा रहा हूं.' कर्स्टन ने कहा, 'मैं साफ करना चाहता हूं कि मैंने टीम या किसी खिलाड़ी को किसी भी तरह की कामुक गतिविधि में शामिल रहने के लिये कभी नहीं मैं फिर दोहरा रहा हूं कि कभी नहीं उकसाया. इन आरोपों में कतई सचाई नहीं है और यह मेरे धार्मिक और नैतिक विश्वासों के एकदम खिलाफ है.'
टीम को सफल बनाने पर ध्यान देना चाहते हैं कर्स्टन
इस पूर्व दक्षिण अफ्रीकी सलामी बल्लेबाज ने कहा कि यह रिपोर्ट मानसिक अनुकूलन विशेषज्ञ पैडी उपटन ने खिलाड़ियों को केवल जानकारी देने के लिये तैयार की है और इसे लागू करने या टीम की रणनीति के तौर पर उपयोग में लाने के लिये तैयार नहीं किया गया है. कर्स्टन ने कहा, 'जो आलेख लीक हुआ है उसे पैडी उपटन ने तैयार किया है और उसमें खिलाड़ियों के लिये कामुक गतिविधि और प्रदर्शन के बीच संबंधों के बारे में जानकारी दी गयी है. मैंने यह आलेख नहीं लिखा और पहली बार दो दिन पहले इसे पढ़ा. यह न तो कभी टीम रणनीति का हिस्सा था और ना ही कभी रहेगा.' उन्होंने कहा, 'मैं इन झूठे आरोपों से बहुत परेशान हूं और भारतीय टीम को चैंपियन्स ट्राफी में सफल बनाने में मदद करने पर ध्यान देना चाहता हूं.' भारतीय खिलाड़ियों को चार भाग का दस्तावेज सौंपा गया है जिसमें सक्रिय यौन जीवन और अनुशासित भोजन और बेहतर आदतों को शामिल किया गया है. इसका लक्ष्य मैदान और मैदान से बाहर खिलाड़ियों की मदद करना है. दस्तावेज में भारतीय टीम के इतिहास, इसकी भोजन आदतों और आक्रामकता में कमी पर गौर किया गया है.