राफेल विमान सौदे में कथित गड़बड़ी को लेकर लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में जुबानी जंग जारी है. इस मसले पर अब केंद्रीय मंत्री और पूर्व में सेना प्रमुख रह चुके वीके सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमला बोला है. वीके सिंह ने कहा कि ये सौदा 2001 से चल रहा है, जब कांग्रेस सत्ता में थी तो राहुल गांधी प्रधानमंत्री से भी ऊपर थे तो उन्होंने ये डील पूरी क्यों नहीं की.
वीके सिंह ने बताया कि बतौर सेना प्रमुख भी मैंने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सेना में हो रही हथियारों की कमी को लेकर के सीक्रेट खत लिखा था. उन्होंने कहा कि मेरे उस खत को लीक कर दिया गया था और मुझे निशाना बनाया गया.
उन्होंने ये भी बताया कि तब PMO के एक छोटे अधिकारी के ऊपर सारा ठीकरा फोड़ दिया गया था, अब एक बार फिर कांग्रेस जानबूझकर इस मुद्दे को बल दे रही है.
वीके सिंह ने आगे कहा कि राफेल सौदे को लेकर कोई आदमी अगर समझना न चाहे उसे कितना भी समझा लो वह वहीं समझेंगे. इसमें उनके सलाहकार भी बहुत हैं जो हर चीज पर विवाद खड़ा करते हैं. मंत्री ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने इस मामले में साफ तौर से कह दिया है, ऐसे में उन्हें शांति करनी चाहिए और देश के विकास की बात करनी चाहिए.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो चीज देश की सुरक्षा के लिए जरूरी है उस चीज को विरोधी हल्के-फुल्के तरीके से ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि एयरफोर्स को विमान की जरूरत है, लड़ाई हुई तो देश को कौन बचाएगा. वीके सिंह ने कहा कि पिछले 4 साल में मोदी सरकार ने सेनाओं के लिए बहुत कोशिश की है हमारे यहां जो प्रक्रिया है उसमें सुधार की जरूरत है.
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधे तौर पर निशाना साध रहे हैं. राहुल गांधी का आरोप है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनिल अंबानी की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए HAL से कॉन्ट्रैक्ट छीन कर रिलायंस की कंपनी को दे दिया.