आगे पढ़ने से पहले दो बातें समझिए. पहली बात, अपना कहा कभी-कभी खुद को लग जाता है, और दूसरी बात जिस चीज को ज्यादा सिर चढ़ाओ, एक दिन वो गले जरूर पड़ती है. बूमरैंग की खासियत होती है वो पलटकर वापस आता है, अरविंद केजरीवाल ने जब दिल्ली वालों से कहा था कि कोई भी कुछ भी गलत करता दिखे तो आप उसे रिकॉर्ड कर लेना, उसका स्टिंग कर लेना उस वक्त उन्होंने खुद नही सोचा था वो बूमरैंग फेंक रहे हैं. तब किसे पता था एक दिन उनकी यही बात उनके लिए मुसीबत साबित होगी. आज लोग ऑडियो रिकार्डिंग ला रहे हैं, वीडियो रिकार्डिंग दिखा रहे हैं. बैठकों के मुद्दे-फोन पर की बातें सब जगजाहिर हो रही हैं, हर कोई हर तरफ आम आदमी पार्टी का स्टिंग ऑपरेशन करने में लगा है. केजरीवाल को खुद यकीन न हो रहा होगा कि लोग उनकी ‘रिकॉर्ड कर लेना’ वाली बात को इतनी गंभीरता से भी ले सकते हैं.
दूसरी बात को समझने की कोशिश करें, आम आदमी पार्टी के नेताओं की शुरू से आदत रही है, कैमरे को तरजीह देने की. कैमरा सामने आते ही वो ज्यादा से ज्यादा फुटेज खेंचने के फेर में बोलना शुरू कर देते, फिर भले कैमरा मोह में वो ये भूल जाएं कि यही बात अन्ना आन्दोलन के दौर से दोहराते चले आ रहे हैं. टीवी पर शुरू-शुरू में ये सब देखना-सुनना बड़ा अच्छा लगता, रीढ़ की हड्डी में गुलाबी गुदगुदी होती, धीरे-धीरे इन सब बातों से ऊब होने लगी जैसा एक-डेढ़ साल के रिलेशनशिप के बाद गर्लफ्रेंड के ‘और सुनाओ’ ‘खाना खाया मेरे बाबू ने’ वाले मैसेज से होने लगती है आम आदमी का बातों से मोहभंग हुआ और आम पार्टी का कैमरे से, कैमरा प्रेम अब सिरदर्द साबित हो रहा है, आम आदमी पार्टी के किसी नेता के पास कैमरा ले जाकर देखिए स्टिंग ऑपरेशन की दहशत इतनी भर चुकी है कि उनकी चीख निकल जायेगी.
ऐसा नहीं है कि पार्टी इन झंझावतों से निकलने के रास्ते नहीं खोज रही है, जो पार्टी कुमार विश्वास को इतने दिनों तक सह सकती है, आशीष खेतान को नेता बना सकती है, वो कुछ भी कर सकती है. स्टिंग ऑपरेशंस का कहर झेल रही पार्टी डैमेज कंट्रोल में लग गई, और उनके हाथ आई है मार्केट में नोकिया 1100 के री-लॉच की खबर. पार्टी में बचे हुए (बचे हुए का तात्पर्य उन नेताओं से है जो आजकल खुला खत नहीं लिख रहे, ट्विटर पर झगड़ नही रहे, खुद कोई नया स्टिंग नहीं कर रहे और सबसे खास मीलों लंबे ब्लॉग लिख दुनिया को दारुण दुःख नही बता रहे!) नेताओं ने फैसला लिया है कि पार्टी में हर किसी को नोकिया 1100 पकड़ा दिया जाए, बशर्ते बाजार में फिर आने के बाद इसमें किसी भी तरह की रिकार्डिंग की सुविधा न हो.
सारे नेताओं-विधायकों और कार्यकर्ताओं को हिदायत दी गई है कि रिकार्डिंग की सुविधा से लैस सारे गैजेट्स वो पार्टी कार्यालयों में जल्द से जल्द जमा कर दें. अगर किसी के पास ऐसा कोई यंत्र पाया जाएगा जो छवियां या ध्वनियां सहेज सकता हो इसे पार्टी विरोधी कृत्य मान उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा. आम आदमी पार्टी में सदस्यता लेने के लिए नए दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं, पार्टी की सदस्यता लेने वाले हर कार्यकर्त्ता को शपथपत्र पर यह घोषणा करनी होगी कि उसके पास ऐसा कोई गैजेट नहीं है जिसके बूते कल को स्टिंग किया जा सके, पार्टी में आने वाले हर सदस्य को झाड़ू टोपी के साथ-साथ नोकिया 1100 भी दिया जाएगा.