भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट की आत्मकथा में शामिल उस तथ्य को सिरे से खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया है कि 2004 में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले गए नागपुर टेस्ट में तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ने घासयुक्त पिच पर खेलने के डर से खुद को अनफिट घोषित कर दिया था.
कोलकाता से प्रकाशित समाचार पत्र टेलीग्राफ ने हरभजन के हवाले से लिखा है यह सब बकवास है. अब समय आ गया है कि कोई गिलक्रिस्ट से कहे कि वो अपना मुंह बंद कर लें. मेरे हिसाब से उन्हें अपने दिमाग का इलाज करान चाहिए. गिलक्रिस्ट ने अपनी आत्मकथा 'ट्रू कलर्स' में लिखा है कि गांगुली के साथ-साथ हरभजन ने भी नाकामी से बचने के लिए नागपुर टेस्ट में नहीं खेलने के लिए बहानेबाजी की थी. गांगुली ने जाहां जांघ की मांशपेशियों में दर्द की शिकायत की थी वहीं हरभजन ने बुखार के बहाने बाहर बैठना बेहतर समझा था.
गिलक्रिस्ट ने लिखा है कि घासयुक्त विकेट देखते ही हरभजन को बुखार चढ़ गया था. इसके अलावा गिलक्रिस्ट ने सिडनी टेस्ट के दौरान भी हरभजन के व्यवहार की आलोचना की है. गिलक्रिस्ट के मुताबिक हरभजन ने एंड्रयू सायमंड्स के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी की थी, जिसके कारण उन पर तीन मैचों का प्रतिबंध लगाया गया था.