केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अयोध्या में राम मंदिर पर अध्यादेश लाने के मामले पर पत्रकारों को प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुगल काल से ही हिंदुओं का सिर्फ धर्म ही परिवर्तन नहीं कराया गया बल्कि हिंदुओं को खंड-खंड में बांटने के लिए जात-पात की गंदी ऊंची राजनीति कर षड्यंत्र के तहत टुकड़े-टुकड़े में कर दिया.
गिरिराज सिंह ने कहा धर्म के आधार पर आजादी के बाद देश को नेहरू गांधी परिवार ने देश को बांट दिया. अब बचे हुए हिंदुओं को भी जात-पात के नाम पर टुकड़ों में बांटने की कोशिश विपक्षियों द्वारा की जा रही है. संत समाज ने भारत की हो रही दुर्दशा पर चिंता जताई है. बिहार के गया में संत समाज द्वारा धर्म जागरण मंच के बैनर तले अयोध्या में श्री राम के मंदिर निर्माण के लिए हिंदुओं को एकजुट करने का आह्वान किया है.
आगे आएं मुसलमान
गिरिराज ने आगे कहा कि अयोध्या में राम के मंदिर के निर्माण के लिए मुसलमानों को आगे आना चाहिए. हिंदुस्तान के धर्म के आधार पर हुए बंटवारे के बाद पाकिस्तान में हिंदुओं को जबरन या तो मुसलमान बना दिया गया या फिर हिंदू पाकिस्तान से पलायन कर गए. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में चुन-चुन कर मंदिरों को तोड़ा गया है. पाकिस्तान में हिंदुओं की हो रही दुर्दशा के बावजूद हिंदुस्तान ने भारत में बचे हुए मुसलमानों को अपने सीने से लगा कर रखा. आज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भारत के मुसलमानों को आगे आना होगा.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हिंदुस्तान में मुसलमान 3 से 33 प्रतिशत हो गए हैं फिर भी हिंदुओं का मंदिर हिंदुस्तान के आजादी के 72 साल बाद भी अयोध्या , मथुरा , काशी में एक मंदिर नहीं बन सका है. इस देश का यह दुर्भाग्य ही है जहां 100 करोड़ हिंदू की आबादी वाले देश में एक मंदिर बनाने के लिए नेताओं और न्यायालय का मुंह देखना पड़ रहा है. अब भी अयोध्या में मंदिर नहीं बना तो 100 करोड़ हिंदुओं के सब्र का बांध टूट जाएगा और अगर ऐसा हुआ तो देश के लिए बहुत बुरा होगा. छद्म धर्मनिरपेक्षता की राजनीति करने वाले राजनेताओं की वजह से आज देश में मंदिर बनाने पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं.
राम मंदिर नहीं बना तो हिंदुओं के सब्र का बांध टूटेगा
सिंह ने कहा के 100 करोड़ हिंदू की आबादी वाले इस देश में अयोध्या में राम मंदिर नहीं बना तो हिंदुओं के सब्र का बांध टूटेगा और अगर ऐसा हुआ तो देश के लिए अंजाम अच्छा नहीं होगा. जात-पात ऊंच-नीच की राजनीति करने वाले नेताओं को ओछी राजनीति छोड़ राष्ट्र की अखंडता को मजबूत करने के लिए आगे आना चाहिए. आज देश जिस हालात से गुजर रहा है, इसके लिए नेहरू गांधी परिवार पूरी तरह दोषी है.
गिरिराज सिंह आगे कहा कि अगर देश के पहले प्रधानमंत्री सरदार पटेल होते हैं तो आज देश की यह दुर्दशा नहीं होती. सरदार पटेल के समय में जैसे सोमनाथ का मंदिर बन गया था उसी तरह आज काशी, मथुरा और अयोध्या में मंदिर बन गया होता. आज देश में धर्म की आड़ में राजनीति करने वाले लोगों को राजनीति करने का मौका नहीं मिलता. नेहरू की गलत नीतियों के कारण आज देश की यह दुर्दशा है.
उन्होंने कहा कि मुसलमान भाइयों को ही आगे आना होगा. अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए अगर वह आगे नहीं आए तो हिंदुओं के सब्र का बांध टूटेगा और अगर ऐसा हुआ तो देश के लिए अंजाम अच्छा नहीं होगा.
हिंदुस्तान का संत समाज मंदिर निर्माण के लिए कृत संकल्प है. संत समाज न्यायालय और राजनेताओं के निर्णय की ओर नहीं देखेगा. फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि मंदिर कहीं भी बन जा सकता है. इस पर सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि क्या वेटिकन सिटी को इस्लाम धर्मावलंबी मक्का की तरह मान सकते हैं या फिर कोई भी क्रिश्चियन मक्का को वेटिकन सिटी की तरह आस्था के रूप में देख सकता है. ऐसा हिंदुओं के लिए भी किसी भी हाल में संभव नहीं है. सिंह ने दो टूक कहकर यह बात साफ कर दी कि अब पूरे देश का हिंदू, संत समाज के साथ मंदिर निर्माण की बात करेगा.