ब्रिटेन की एक कंपनी कुछ जेनिटिकली मोडिफाइड (जीएम) मच्छरों का परीक्षण करना चाहती है. कंपनी का दावा है कि ये जीएम मच्छर डेंगू बीमारी से लड़ने में मददगार होंगे. बताया जाता है कि इसके लिए भारतीय अधिकारियों से अनुमति मांगी गई है.
जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने इस संवर्धित नर मच्छर को 513A नाम दिया है. यह नर मच्छर सुनिश्चित करेगा कि उसके संतान वयस्क (2-5 दिन) होने से पहले ही खत्म हो जाए. कंपनी का कहना है कि इस तरह से डेंगू फैलाने वाले मच्छरों की बढ़ती संख्या पर काबू पाया जा सकेगा.
जीएम मच्छर का हाल ही ब्राजील में परीक्षण किया गया, जहां विश्व कप फुटबाल प्रतियोगिता के दौरान डेंगू बड़ी चिंता थी. इसके अलावा कैमेन आइलैंड में भी इसका परीक्षण किया गया है.
खबर है कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की यूनिट ऑक्सीटेक ने इस बारे में भारतीय अधिकारियों से संपर्क किया है. ऑक्सीटेक कीड़ों पर काबू पाने वाली टेक्नोलॉजी के विकास पर काम करती है. कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह टेक्नोलॉजी भारत में जनस्वास्थ्य अधिकारियों को उपलब्ध कराई जा सकती है ताकि उन्हें डेंगू फैलाने वाले मच्छर पर काबू पाने में मदद मिले.
गौरतलब है कि ऑक्सीटेक भारत में एक निजी स्वामित्व वाली कंपनी जीबीआईटी के साथ काम कर रही है. भारत में हर साल डेंगू के हजारों मामले सामने आते हैं.