गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर नर्सों को दिए एक बयान से विवादों में आ गए हैं. हड़ताल कर रही नर्सों को पारसेकर ने सलाह दी कि वह धूप में भूख हड़ताल न करें इससे उनका रंग काला हो जाएगा और शादी करने में दिक्कतें आएंगी.
नर्स अनुषा सावंत ने बताया, 'पोंडा में जब हम मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिले तो उन्होंने कहा कि लड़कियों को धूप में बैठकर भूख हड़ताल नहीं करनी चाहिए, इससे उनका रंग काला होगा और उन्हें अच्छा दूल्हा मिलने में दिक्कत होगी.' नर्सों का कहना है कि उनकी समस्याओं को सुनने या कोई समाधान देने की बजाए उन्होंने यह अनुचित टिप्पणी की, जिसकी कोई जरूरत नहीं थी.
मुख्यमंत्री के दफ्तर के अधिकारी ने कहा, 'हमें कोई अंदाजा नहीं है कि इस तरह का कोई बयान दिया गया है, लेकिन हमें नहीं लगता है उन्होंने ऐसा कुछ कहा है.'
आपको बता दें कि गोवा में एक निजी कंपनी द्वारा चलाए जा रहे 108 एम्बुलेंस सर्विस से जुड़े कर्मचारी पिछले कुछ दिनों से भूख हड़ताल पर है. इस कंपनी पर आरोप है कि वह महज 13 एम्बुलेंस ही उपलब्ध कराता है, जबकि पैसे 33 के लेता है. नर्सों के प्रतिनिधि दो बार पारेसकर से मिल चुके हैं और अब तय किया गया है कि उनसे हर सार्वजनिक कार्यक्रम में मिलकर अपनी समस्या जरूर बताएंगे और समाधान मांगेंगे.
भारतीय मजदूर संघ के गोवा यूनिट के अध्यक्ष ह्दयनाथ शिरोड़कर ने कहा, 'हम कंपनी की सरकारी अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर धोखाधड़ी से सबको जागरूक करना चाहते हैं.'