गोवा में समुद्र के किनारे बसे एक गांव के सरपंच ने समुद्र तटों पर कांच की बोतलों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग की है, क्योंकि समुद्र के किनारों पर टूटी बिखरी पड़ी ये बोतलें हानिकारक साबित हो रही हैं.
बोगमालो गांव के सरपंच लक्ष्मण कावलेकर का कहना है, 'इन टूटी बोतलों के कारण समुद्र तट की सैर करने वाले लोगों के पांव कटने की घटना में इजाफा हुआ है. ये बोतलें अमूमन बीयर या अन्य तरह के पेय पदार्थों की होती हैं.' बोगमालो राजधानी पणजी से सिर्फ 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
कावलेकर ने कहा, 'समुद्र तटों की सैर करने के लिए यहां प्रतिदिन 800 पर्यटक आते हैं, जिनमें स्थानीय लोग भी शामिल हैं. पिछले कुछ सप्ताह से हमें समुद्र तटों पर बिखरी कांच की टूटी बोतलों से पैर कटने की मिलने वाली शिकायतों में इजाफा हुआ है.' हाल ही में गोवा और इसके समुद्रतटीय इलाकों को कचरे के निपटान में असमर्थ पाया गया. पिछले कुछ सालों से यहां समुद्र तटों और सार्वजनिक स्थलों पर बिखरे रहने वाले कचरे के कारण पर्यटकों और ट्रैवल उद्योग जगत की ओर से लगातार शिकायतें मिल रही हैं.
कावलेकर ने बताया कि उन्होंने पर्यटन विभाग को समुद्र तटों पर कांच की बोतलों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाए जाने के लिए चिट्ठी लिखी है, ताकि पर्यटक बोगमालो गांव के समुद्र तट पर पैर कटने की चिंता से मुक्त होकर सैर का लुत्फ उठा सकें. उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि पर्यटन विभाग इस पर प्रतिबंध लगाए ताकि हम पंचायत के स्तर पर कानूनन इसका पालन करवा सकें और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगा सकें.'
गोवा ने शराब पीकर हुड़दंग की बढ़ रही घटनाओं के चलते पिछले वर्ष सार्वजनिक स्थलों पर शराब के सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
-इनपुट IANS से