पूर्ववती यूपीए सरकार के कार्यकाल में नियुक्त राज्यपालों को बदलने की अपनी योजना पर सरकार के आगे बढ़ने के बीच गोवा के राज्यपाल बी वी वांचू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी द्वारा इस्तीफा के लिए कहे जाने के बाद 63 वर्षीय वांचू ने अपना इस्तीफा भेज दिया.
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के पूर्व प्रमुख वांचू का इस्तीफा मंजूरी के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजा जाएगा. 1976 बैच के आईपीएस अधिकारी वांचू के इस्तीफे के कुछ दिन पहले ही पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम के नारायणन ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया था.
इस्तीफे के ठीक पहले पूछताछ
अगस्तावेस्टलैंड रिश्वत मामले में सीबीआई ने वांचू और नारायणन से उनके इस्तीफे के ठीक पहले पूछताछ की थी. एनडीए सरकार के दबाव के बाद उत्तर प्रदेश के राज्यपाल बी एल जोशी, छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त और नगालैंड के राज्यपाल अश्विनी कुमार पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं.
दो राज्यपाल एच आर भारद्वाज (कर्नाटक) और देवानंद कुंवर पिछले महीने सेवानिवृत्त हो गए.
हालांकि पूर्ववर्ती यूपीए सरकार द्वारा नियुक्त कई राज्यपाल अब भी अपने पद पर कायम हैं. उनमें के शंकरनारायणन (महाराष्ट्र), शीला दीक्षित (केरल), जगन्नाथ पहाड़िया (हरियाणा), कमला बेनीवाल (गुजरात), शिवराज वी पाटिल (पंजाब) भी शामिल हैं.
सूत्रों ने बताया कि सरकार भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं को राज्यपाल नियुक्त करने पर विचार कर रही है.
ऐसे जिन नेताओं के नामों की अटकलें हैं उनमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, उत्तर प्रदेश के पूर्व विधानसभाध्यक्ष केसरी नाथ त्रिपाठी, पूर्व केंद्रीय मंत्री राम नाइक, लखनऊ के पूर्व सांसद लालजी टंडन, भोपाल के पूर्व सांसद कैलाश जोशी, केरल के भाजपा नेता ओ राजगोपाल भी शामिल हैं.