गोवा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर और बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने कहा है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर जब तक जिंदा हैं, तब तक सीएम के पद पर बने रहेंगे. गोवा सरकार ने कहा कि उन्हें पैन्क्रिएटिक कैंसर है. हालांकि कैंसर के चलते उनकी सेहत में उतार-चढ़ाव बना रहता है.
लोबो ने उत्तरी गोवा के अपने कालान्गुते विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार को ग्राम पंचायत द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों से कहा कि अभी पर्रिकर ही राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे. उनकी इस बीमारी में भी भाजपा की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार बनी रहेगी.
उन्होंने कहा कि पर्रिकर एक ऐसे शख्स हैं जो कभी आराम करना नहीं चाहते. जब तक वह इस दुनिया में हैं और जब तक उनका दिमाग काम कर रहा है, मुझे लगता है कि तब तक वह गोवा के लोगों के लिए काम करते रहेंगे और अधिकारियों को निर्देश देते रहेंगे.
लोबो ने कहा कि पर्रिकर का एडवांस पैन्क्रिएटिक कैंसर का इलाज, एक साल से ज्यादा समय से चल रहा है. इसलिए उनकी सेहत में कभी सुधार होता है तो कभी बिगड़ जाती है, क्योंकि पैन्क्रिएटिक कैंसर जैसी बीमारी में आप हर समय स्थिर नहीं रह सकते. उन्होंने आगे कहा कि आप सदा के लिए जीवित नहीं रह सकते, अगर उन्हें कुछ होता है, तो फिर उस समय हम देखेंगे कि क्या करने की जरूरत है.
लोबो ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि भगवान की मदद से, इस समय वह अपने स्तर पर बेहतरीन काम करने की कोशिश कर रहे हैं. अब सब कुछ भगवान के हाथ में है, खासकर उनका स्वास्थ्य.
इससे पहले माइकल लोबो उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने गोवा दौरे पर गए राहुल गांधी की तारीफ की थी. गोवा के डिप्टी स्पीकर और भाजपा विधायक माइकल लोबो ने राहुल गांधी की तारीफ की और कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सादगी और विनम्रता की प्रशंसा, गोवा के लोगों द्वारा की जानी चाहिए, वह बहुत ही सिंपल आदमी हैं और गोवा और देश को ऐसे ही नेताओं की ज़रूरत है. लोबो ने कहा कि अपने निजी दौरे के दौरान राहुल गांधी विशेष तौर पर मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से मिलने विधानसभा आए, उन्होंने उनकी तबीयत का हाल जाना और जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना की.
गौरतलब है कि मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी के एक भारतीय राजनेता और गोवा के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं. पर्रिकर 2014 से 2017 तक भारत के रक्षा मंत्री भी रहें हैं. वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के सदस्य थे, लेकिन बाद में 2017 गोवा विधानसभा चुनाव के बाद राज्यसभा पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद उन्हें गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें नियुक्त किया गया.