असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने यह कहते हुए नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा कि बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार गैर जिम्मेदार हैं और उन्होंने दो दिन पहले अपनी रैली में गलत बयान दिए. गोगोई ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘आज मुझे नरेंद्र मोदी को बेनकाब करने का स्वर्णिम मौका मिला. वह साधारण व्यक्ति हैं. मैंने उनके जैसा गैर जिम्मेदार नेता नहीं देखा और वह इस देश के प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘मोदी घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं. जब चुनाव नजदीक आ रहे हैं तब उन्हें असम की याद आयी है. जब वह गुवाहाटी के बोरझार हवाई अड्डे पर पहुंचे तभी उन्हें याद आया और जब वह चले गए, वह उसे भूल गए. अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल के दौरान असम को कुछ नहीं मिला.’ उन्होंने कहा कि मोदी उस राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित कार्यकर्ता हैं जिसने महात्मा गांधी की हत्या की.
मोदी के इस कटाक्ष पर गोगोई जिनके नाम का मतलब युवा होता है, को युवा की तरह सोचना चाहिए, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मेरा आधुनिक दृष्टिकोण और उनका आधुनिक दृष्टिकोण भिन्न है. उनकी आधुनिकता कैसे कपड़े पहने जाएं और बड़ी अमेरिकी कंपनियों से कैसे बात की जाए लेकिन मेरी आधुनिकता ग्रामीण लोगों और आम आदमी के लिए काम करना है.’
आंकड़ों का हवाला देते हुए गोगोई ने कहा, ‘भारत सरकार के आंकड़े के मुताबिक 2012-13 में असम का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 13 फीसदी था जबकि गुजरात का 8.52 फीसदी.’ गोगोई ने कहा, ‘विकास पर मेरा व्यय अधिक है. 11 वें वित्त आयोग में एनडीए के शासनकाल के दौरान असम का व्यय 13280.86 करोड़ रुपये था. 13 वें वित्त आयोग के दौरान यह 57,832.7 करोड़ रुपया तक पहुंच गया.’ उन्होंने कहा कि असम पर 29,200 करोड़ रुपये का ऋण है जबकि गुजरात पर 1,76,500 करोड़ रुपये का ऋण है.
उन्होंने कहा, ‘मार्च, 2013 को मेरे राज्य पर प्रति व्यक्ति कर्ज बोझ 9,368 रुपये है जबकि मोदी के राज्य में यह प्रति व्यक्ति 29,228 रुपये है.’ मनरेगा के बारे में उन्होंने कहा कि मोदी ने इस संबंध में भी गलत आंकड़े दिए.
गोगोई ने कहा, ‘असम में, 40.92 लाख जॉब कार्ड दिए गए और 13.08 लाख लोगों को काम मिला. गुजरात में, 36.60 लाख लोगों को जॉब कार्ड मिला लेकिन 1.75 लाख लोगों को ही काम मिला.’