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गूगल, स्काइपे से भी नेटवर्क तक सुरक्षा एजेंसियों की पहुंच के लिये कह सकती है सरकार

ब्लैकबेरी के बाद अब सरकार गूगल और स्काइपे से ही अपने नेटवर्क पर सुरक्षा एजेंसियांे को पहुंच सुनिश्चित कराने के बारे में कह सकती है.

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ब्लैकबेरी के बाद अब सरकार गूगल और स्काइपे से ही अपने नेटवर्क पर सुरक्षा एजेंसियों को पहुंच सुनिश्चित कराने के बारे में कह सकती है.

दूरसंचार विभाग (डॉट) की हाल में हुई बैठक में गूगल और स्काइपे द्वारा भारत में इंटरनेट पर दी जाने वाली वायस और मैसेजिंग सेवाओं को लेकर सुरक्षा संबंधी चिंताओं पर विचार विमर्श हुआ. ऑनलाइन सेवा प्रदाता कंपनियों, गूगल और स्काइपे की भारत में अच्छी खासी उपस्थिति है. लग्जमबर्ग की स्काइपे एसए इंटरनेट के जरिये पीसी और मोबाइल फोन पर टेलीफोनी सेवाएं देती है.

सूत्रों का कहना है कि डॉट संभवत: गूगल और स्काइपे से अपने नेटवर्क तक पहुंच उपलब्ध कराने को कह सकता है, क्योंकि इनके नेटवर्क से जाने वाले डाटा को सुरक्षा एजेंसियां पकड़ नहीं पाती हैं.

यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है, जब सरकार ने ब्लैकबेरी की विनिर्माता रिसर्च इन मोशन :रिम: को अपनी सेवाओं तक पहुंच उपलब्ध कराने के लिए 31 अगस्त तक का समय दिया है, अन्यथा उसकी सेवाओं पर रोक लगा दी जाएगी.

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संपर्क किए जाने पर गूगल इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि हमें इस बारे में सरकार से कोई सूचना नहीं मिली है. इसलिए हम अटकलों पर टिप्पणी नहीं कर सकते. भारतीय इंटरनेट सेवा प्रदाता संघ :इस्पाई: के अध्यक्ष राजेश छारिया ने कहा कि एक माह पहले हुई इस बैठक में वह भी शामिल हुए थे. इस बैठक में ब्लैकबेरी के अलावा अन्य ऑनलाइन सेवाओं, गूगल की जीटॉक तथा स्काइपे से भी सुरक्षा एजेंसियों को पहुंच उपलब्ध कराने के बारे में कहने के लिए विचार-विमर्श हुआ था. उन्होंने कहा कि इस्पाई इस बारे में सरकार को हर तरह का सहयोग मुहैया कराएगा.

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